Advertisment

samman: विद्यार्थियों को एन्टरप्रिन्योर बनाने के लिए डबल इंजन सरकार कटिबद्ध-कपिल देव

यूपी सरकार में व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा में भारतीयता और संस्कारों के साथ विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने के लिए डबल इंजन सरकार कटिबद्ध है।

author-image
Neeraj Gupta
Kapil dev agarwal
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

ट्रांस हिंडन, वाईबीएन, संवाददाता। यूपी सरकार में व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि शिक्षा में भारतीयता और संस्कारों के साथ विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने के लिए डबल इंजन सरकार कटिबद्ध है। ताकि विद्यार्थी रोजगार लेने के बजाय दूसरों को रोजगार देना सीखें। वे एन्टरप्रिन्योर बन सकें। 

युवाओं के कौशल विकास को बढ़ावा : यूपी में 250 आईटीआई को किया जा सकता है अपग्रेड

वसुंधरा स्थित मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ऑडिटोरियम में भारतीय शिक्षण मंडल मेरठ प्रांत की ओर से आयोजित मंडल के 56वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उन्होंने ये विचार व्यक्त किये। वह ‘शिक्षा में कौशल विकास का महत्व’ विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पुरातन भारतीय शिक्षा में विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाया जाता था। लेकिन अंग्रेजों ने इस व्यवस्था को बदल दिया। उन्होंने अपनी मैकाले द्वारा बनाई गई शिक्षा पद्धति के जरिये उन्हें क्लर्क बनाने का काम किया। यही कारण है कि आज भी विद्यार्थी वाइट कॉलर जॉब करना चाहता है। वह कड़ी मेहनत या हुनर का कोई काम न तो जानता है और न ही करना चाहता है। वह आज भी क्लर्क ही बना हुआ है। लेकिन डबल इंजन सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को हुनरमंद बनाने की शिक्षा देने का बीड़ा भी उठाया है ताकि वे स्वावलम्बी बन सकें और अपने दूसरे साथियों को भी नौकरी दे सकें।

UP बना कौशल विकास का हब : Sankalp Pariyojana से 63 हजार युवाओं को मिला प्रशिक्षण, 2200 दिव्यांगजनों को रोजगार

50 हजार युवाओं को रोजगार सृजन पर दिया जोर

Advertisment

भारतीय शिक्षण मंडल मेरठ प्रांत के अध्यक्ष एवं मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ. अशोक कुमार गदिया ने कहा कि केन्द्र सरकार कौशल विकास के लिए हर साल 60 हजार करोड़ रुपये का बजट बनाती है। इसमें से 30 हजार करोड़ राज्य सरकार देती है तो 20 हजार करोड़ केन्द्र सरकार, बाकी के दस हजार करोड़ रुपये देश की विभिन्न कंपनियों से सीएसआर के नाम पर मिलता है। डॉ. गदिया ने बताया कि मेवाड़ में विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम के अलावा कौशल विकास के लिए विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है। अगर मेवाड़ और सरकार मिलकर इस क्षेत्र में काम करें तो हर साल 50 हजार युवाओं के लिए रोजगार सृजित किये जा सकते हैं। उन्होंने समान पाठ्यक्रम-समान शिक्षा पर भी बल दिया। उन्होंने कौशल विकास के और भी तरीकों पर रोशनी डाली।  

गोकुलदास हिंदू महाविद्यालय में कौशल विकास मिशन के तहत दिया गया प्रशिक्षण

अतिथियों को स्मृति चिह्न और अंगवस्त्र आदि भेंट कर सम्मानित किया 

भारतीय शिक्षण मंडल के राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री सुनील शर्मा और विश्वकर्मा टेक्निकल यूनिवर्सिटी की डिप्टी रजिस्ट्रार एवं मंडल की सह सम्पर्क प्रमुख डॉ. चंचल भारद्वाज ने भी कौशल विकास के महत्व पर प्रकाश डाला। समारोह में मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से चार चांद लगा दिये। अतिथियों को स्मृति चिह्न और अंगवस्त्र आदि भेंट कर सम्मानित किया गया। अंत में भारतीय शिक्षण मंडल मेरठ प्रांत की उपाध्यक्ष एवं मेवाड़ ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की निदेशक डॉ. अलका अग्रवाल ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षा में कौशल विकास बहुत महत्वपूर्ण है। यह विद्यार्थियों को व्यावहारिक कौशल प्रदान करता है, जो उन्हें नौकरी और जीवन के लिए तैयार करता है। कौशल विकास से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ता है। वे अपनी रचनात्मकता को भी विकसित करते हैं। समारोह का संचालन अमित पाराशर ने किया।

ghaziabad news ghaziabad latest news ghaziabad
Advertisment
Advertisment