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पीड़ित महिला
गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
क्रिप्टोकरेंसी में तेज मुनाफे का लालच एक महिला के लिए भारी पड़ गया। शहर की एक महिला निवेशक 15 लाख रुपये की ठगी का शिकार हो गई। यह मामला हाल ही में सामने आए “बिटकैपिटलएक्स” नामक फर्जी क्रिप्टो स्कीम से जुड़ा हुआ है, जिसके जरिए देशभर के हजारों निवेशकों से लगभग 1500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है।
60 दिन में रकम दुगनी
पीड़िता ने बताया कि उन्हें इस स्कीम में 60 दिनों में निवेश दोगुना करने का झांसा दिया गया था। शुरूआत में कुछ छोटे-छोटे रिटर्न देकर उनका विश्वास जीता गया और धीरे-धीरे उनसे 15 लाख रुपये तक का निवेश कराया गया। रकम जमा होने के बाद कंपनी के प्रतिनिधि अचानक संपर्क से गायब हो गए।यह ठगी मल्टी लेवल मार्केटिंग (एमएलएम) मॉडल पर आधारित थी। इसमें लोगों को सोशल मीडिया, ऑनलाइन वेबिनार और फिजिकल इवेंट्स के माध्यम से जोड़ा जाता था। छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को “जल्दी अमीर बनने” के सपने दिखाकर पैसे निवेश कराए गए। जांच में सामने आया है कि फर्जी सिम कार्ड, म्यूल बैंक खातों और क्रिप्टो वॉलेट्स के जरिये लेनदेन कर ट्रांजैक्शन ट्रेल छिपाने की कोशिश की गई।
विदेशी जड़ों की आशंका
पीड़िता ने गृह मंत्रालय और नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है। उनका कहना है कि इस गिरोह के तार पाकिस्तान और दुबई से भी जुड़े हो सकते हैं। उन्होंने ईडी, सीबीआई और साइबर सुरक्षा एजेंसियों से जांच की मांग की है।सूत्रों के अनुसार, गिरोह के मुख्य आरोपी फिलहाल फरार हैं और उनके दुबई या थाईलैंड में छिपे होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि यह गिरोह पहले भी बोट्रो, टीएलसी, क्यूएफएक्स और यॉर्कर एफएक्स जैसे कई फर्जी क्रिप्टो प्रोजेक्ट्स में सक्रिय रहा है।साइबर विशेषज्ञों का कहना है कि यह भारत में अब तक के सबसे बड़े क्रिप्टो घोटालों में से एक हो सकता है, जो वित्तीय सतर्कता और डिजिटल जागरूकता की कमी को उजागर करता है।