गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा, गाजियाबाद द्वारा "सिन्दूर तिरंगा यात्रा" का भव्य आयोजन किया गया। यह यात्रा बाला सुन्दरी देवी मंदिर, दिल्ली गेट से माँ काली की आरती के पश्चात प्रारंभ होकर रानी लक्ष्मीबाई स्मारक (रेलवे स्टेशन) तक पैदल रूप से सम्पन्न हुई। इस यात्रा के माध्यम से देश के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई और मातृशक्ति की राष्ट्रभक्ति को सशक्त स्वरूप देने का संकल्प लिया गया।
गाजियाबाद के प्राचीन देवी मंदिर में महिषासुर मर्दिनी माँ जगदंबा की पूजा-अर्चना के साथ इस आयोजन का शुभारंभ हुआ। महिला मोर्चा की बहनों ने माँ के चरणों में सिन्दूर समर्पित कर तिरंगा ध्वज हाथ में लेकर जीटी रोड पर भव्य यात्रा निकाली। तिरंगा और सिन्दूर से सजी यह यात्रा देशभक्ति, मातृशक्ति और परंपरा का अद्भुत संगम प्रदर्शित कर रही थी।
महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने सैनिक वेशभूषा में भारत माता का संदेश देते हुए यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यात्रा के दौरान स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। जगह-जगह जलपान की व्यवस्था भी की गई, जिससे यात्रा में शामिल महिलाओं का उत्साह और भी बढ़ गया।
नेतृत्व में दिखा मातृशक्ति का संगम
इस विशेष आयोजन की अध्यक्षता भाजपा महानगर अध्यक्ष श्री मयंक गोयल और महिला मोर्चा अध्यक्ष पूनम कौशिक ने की। अपने उद्बोधन में उन्होंने मातृशक्ति की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा, "महिलाएं न केवल समाज की रीढ़ हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की भी आधारशिला हैं।"
इस अवसर पर प्रदेश मंत्री रुचि गर्ग, रीटा सिंह, रनिता सिंह, महिला मोर्चा अध्यक्ष पूनम कौशिक, संयोजक अनीता शर्मा, डॉ. ऋचा भदौरिया, सचिन डेढ़ा, संदीप चौधरी, मीडिया प्रभारी दीप्ति चौहान, पार्षद पूनम सिंह, रेनू चंदेला, पूर्व पार्षद लवली कौर, सिद्धि प्रधान अग्रवाल, सविता त्यागी सहित भारी संख्या में महिला शक्ति मौजूद रही।
रानी लक्ष्मीबाई स्मारक पर हुआ समापन
यात्रा का समापन रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। वहां उपस्थित महिलाओं ने देश के वीर जवानों के सम्मान में नारे लगाए और तिरंगे के साथ राष्ट्रप्रेम का संकल्प दोहराया।
सिन्दूर तिरंगा यात्रा ने गाजियाबाद में देशप्रेम, महिला सशक्तिकरण और सामाजिक एकता का एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया। स्थानीय नागरिकों की सहभागिता ने इसे और भी भव्य एवं ऐतिहासिक बना दिया।