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ये है स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट
जिले के स्वास्थ्य विभाग ने अलग-अलग क्षेत्रों में सप्लाई हो रहे पानी के नमूने लेकर जांच कराई थी। इनमें 145 सैंपल फएल मिले हैं। यानि इन जगहों पर पीने के जिस पानी की सप्लाई सरकारी महकमें कर रहे हैं वो दूषित है। स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगम और प्रशासन को इस बाबत सूचना दे दी है।
तीन महीने में हुई पानी की जांच रिपोर्ट
एक जनवरी से 31 मार्च तक तीन महीने में स्वास्थ्य विभाग ने अलग-अलग इलाकों में पानी के अलग-अलग जगहों से कुल 434 नमूने लेकर जांच को भेजे। इनमें से 289 नमूमें सरकारी जांच में पानी की गुणवत्ता के लिहाज से सही पाए गए। मगर, बड़ी बात ये निकलकर सामने आई कि 145 नमूने जांच में फेल पाए गए। यानि कि 145 जगहों से जो पानी के सेंपल लिए गए वहां दूषित पानी लोगों को पीने को मिल रहा था।
इन इलाकों के लोग पी रहे दूषित पानी
स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, ये नमूने सिहानी गेट, लोनी, विजयनगर, साहिबाबाद, मोदीनगर, मुरादनगर, कविनगर और अन्य क्षेत्रों से लिए गए थे। जांच में यह सामने आया कि कई स्थानों पर पानी में बैक्टीरिया, दूषित तत्व और अशुद्धियां पाई गईं, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं।
अब पीटी जा रही है लकीर
रिपोर्ट मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिया है कि जिन क्षेत्रों के नमूने फेल हुए हैं, वहां पानी की टंकियों की सफाई, पाइपलाइनों की मरम्मत और क्लोरीनेशन की प्रक्रिया तुरंत करवाई जाए। साथ ही लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
जन स्वास्थ्य अधिकारी की सफाई
देखिए महीनेवार जांच का हाल
मार्च: 134, 106, 28
फरवरी: 148, 104, 44
जनवरी: 152, 79, 73