Advertisment

Suicide : आखिर फांसी के फंदे पर क्यों झूल गई 21 वर्षीय चुलबुली नेहा

इंदिरापुरम क्षेत्र स्थित जयपुरिया सनराइज ग्रीन सोसाइटी से एक दुखद खबर सामने आई है। यहां स्थित एक पीजी (पेइंग गेस्ट) में रहने वाली 21 वर्षीय युवती नेहा, जो बीटेक की छात्रा थी, सोमवार सुबह अपने कमरे में फांसी पर लटकी हुई पाई गई। नेहा मूल रूप से मथुरा की

author-image
Syed Ali Mehndi
फाइल फोटो

फाइल फोटो

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता 

Advertisment

इंदिरापुरम क्षेत्र स्थित जयपुरिया सनराइज ग्रीन सोसाइटी से एक दुखद खबर सामने आई है। यहां स्थित एक पीजी (पेइंग गेस्ट) में रहने वाली 21 वर्षीय युवती नेहा, जो बीटेक की छात्रा थी, सोमवार सुबह अपने कमरे में फांसी पर लटकी हुई पाई गई। नेहा मूल रूप से मथुरा की रहने वाली थी और गाजियाबाद में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी।

रूममेट को नहीं चला पता 

सुबह जब उसके रूममेट ने दरवाजा खटखटाया और कोई जवाब नहीं मिला, तो संदेह होने पर पीजी संचालक को सूचना दी गई। दरवाजा तोड़ने पर नेहा को छत के पंखे से चुन्नी के सहारे लटका हुआ पाया गया। तुरंत पुलिस को सूचित किया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।पुलिस को घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्रारंभिक जांच में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, हालांकि परिवार और कॉलेज प्रशासन से पूछताछ जारी है। नेहा के दोस्तों का कहना है कि वह पिछले कुछ समय से मानसिक तनाव में थी, लेकिन उन्होंने इसका कारण स्पष्ट नहीं बताया।

Advertisment

युवाओं पर बढ़ता मानसिक दबाव 

आज के समय में छात्रों पर पढ़ाई, करियर और सामाजिक दबाव बहुत बढ़ गया है। मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की कमी के कारण युवा ऐसे कठोर कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं। इस घटना ने फिर एक बार यह सोचने पर मजबूर किया है कि हमें छात्रों की भावनात्मक जरूरतों को गंभीरता से लेना चाहिए।प्रशासन और संस्थान को चाहिए कि वे नियमित रूप से काउंसलिंग सत्र आयोजित करें और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विद्यार्थियों में जागरूकता बढ़ाएं। साथ ही परिवारों को भी बच्चों के साथ संवाद बनाए रखना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।

Advertisment
Advertisment