गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता
जिले में पहले से तैयार हो चुके अस्पतालों में स्टाफ नहीं होने से मरीजों को परेशानी हो रही है बामेटा में ढाई साल पहले बनाए गए 30 बेड का समुदाय केंद्र में स्टाफ नहीं होने से सिर्फ टीका करण केंद्र बन गया है वही डूंडाहेड़ा और लोनी में भी 50 बैड संयुक्त अस्पताल में स्टाफ की कमी कारण रैफेल यूनिट बनकर रह गया है। इसी बीच जिला एमएमजी अस्पताल को अत्यधिक और 200 बेड की नई यूनिट में तैयार करने का फैसला लिया गया है लेकिन बड़ी बात यह है कि इस नए विस्तार के लिए डॉक्टर की कमी को कहां से पूरा किया जाएगा।
200 बेड की नई इमारत
एमएमजी जिला अस्पताल में जल्दी 200 बेड की क्षमता वाला नया भवन बनेगा 80 करोड़ की लागत से बनने वाला यह भवन 18 महीने में तैयार होगा परियोजना को इंजीनियरिंग प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन मोड पर पूरा किया जाएगा इस मुख्यमंत्री की महत्वपूर्ण योजनाओं में शामिल किया गया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुसार इस परियोजना को पूरा करने का काका नियोजन विभाग को तैयार कर लिया है।
अत्याधुनिक होगा भवन
अस्पताल के नए भवन निर्माण भविष्य की स्वास्थ्य सेवाओं की जरूरत को ध्यान में रखकर कराया जाएगा अस्पताल परिसर में विजिटर रूम कॉन्फ्रेंस रूम सभागार प्रयोगशाला टेलीफोन एक्सचेंज पुस्तकालय लेक्चर हॉल रसोई दुकान और कैंटीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध की जाएगी इसके अलावा अधिकारियों के लिए विश्राम कक्ष अभिलेख भंडारण स्टेशनरी स्टोर पार्किंग प्रशासनिक भवन पीड़ा स्थल मोर्चरी पुलिस स्टेशन स्टेप एटीपी और वॉच टावर जैसी संरचनाओं भी बनाई जाएगी।
सर्विलांस सुरक्षा से होगा लेस
नई इमारत में सुरक्षा की दृष्टिकोण से सीसीटीवी सर्वलांस सिस्टम और अग्निशमन व्यवस्था भी शामिल किया जाएगा ग्रीनरी बेल्ट का विकास भी परिसर को हरित और पर्यावरण अनुकूल बनाया जाएगा इन सभी कार्यों के लिए नियोजन विभाग में विशेष टीम का गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है दो प्रोजेक्ट रिपोर्ट आर्टिकल लेक्चर डिजाइन और 3D मैपिंग का कार्य पूरा करेगी वर्तमान में एमएमजी अस्पताल की इमारत शरीफ 55 साल पुरानी है और अब जगर हो चुकी है आए दिन प्लास्टर गिरने की घटनाएं सामने आती हैं इसमें कई बार अस्पताल स्टाफ घायल हो चुका है अस्पताल में इस समय 164 बेड की सुविधा है