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Temperature: गर्मी और हीट वेव है जान लेवा,बच्चों की देखभाल ज़रूरी

हर साल गर्मी का मौसम अपने साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है, खासकर जब तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है और हीट वेव चलती है। यह स्थिति न सिर्फ बड़ों के लिए, बल्कि बच्चों के लिए भी अत्यंत खतरनाक हो सकती है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना

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Syed Ali Mehndi
हीट वेव बढ़ती गर्मी

हीट वेव बढ़ती गर्मी

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गाजियाबाद वाईबीएन संवाददाता

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हर साल गर्मी का मौसम अपने साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है, खासकर जब तापमान अत्यधिक बढ़ जाता है और हीट वेव चलती है। यह स्थिति न सिर्फ बड़ों के लिए, बल्कि बच्चों के लिए भी अत्यंत खतरनाक हो सकती है। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़ों की तुलना में कम होती है, इसलिए गर्मी में उनकी देखभाल करना बहुत जरूरी हो जाता है।

गर्मी में होने वाली सामान्य समस्याएं

गर्मियों में सबसे आम समस्या होती है डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण)। पसीने के माध्यम से शरीर से अधिक मात्रा में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स बाहर निकलते हैं, जिससे बच्चा सुस्त, चिड़चिड़ा और थका-थका महसूस कर सकता है। इसके अलावा डायरिया, उल्टी और लूज मोशन जैसी बीमारियां भी गर्मी में आम हैं, खासकर जब बाहर का बासी या अस्वच्छ खाना खाया जाए।

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हीट वेव और उसका असर

हीट वेव यानी लू, एक ऐसी स्थिति है जब तापमान सामान्य से कहीं अधिक बढ़ जाता है। यह बच्चों के लिए अत्यंत खतरनाक हो सकती है। तेज धूप में खेलने या बिना सुरक्षात्मक उपायों के बाहर निकलने से बच्चों को हीट स्ट्रोक हो सकता है, जो जानलेवा भी साबित हो सकता है।

डॉ बी पी एस त्यागी
डॉ बीपी एस त्यागी
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इस संबंध में डॉक्टर बीपी त्यागी की ने बताया कि आप निम्नलिखित उपाय अवश्य अपनाना चाहिए ताकि इस सख्त मौसम से बचाव हो सके।

बचाव के उपाय

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बच्चों को गर्मी से सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखें:

पानी की पर्याप्त मात्रा दें 

बच्चों को बार-बार पानी पिलाएं, भले ही उन्हें प्यास न लगे। नींबू पानी, नारियल पानी और घरेला शरबत अच्छे विकल्प हैं।

हल्का और a खाना दें 

मसालेदार, बासी या बाहर का खाना बच्चों को न दें। घर का बना हल्का, सुपाच्य और ताजा भोजन जैसे दाल-चावल, खिचड़ी, दही-चावल आदि दें।

हल्के और सूती कपड़े पहनाएं

 गर्मी में सूती और ढीले कपड़े सबसे अच्छे होते हैं। ये पसीना जल्दी सोखते हैं और शरीर को ठंडा रखते हैं।

धूप से बचाव करें

 बच्चों को दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में बाहर न भेजें। यदि बाहर जाना जरूरी हो तो टोपी पहनाएं, सनग्लास लगाएं और छाता रखें।

सनस्क्रीन का प्रयोग करें

बच्चों की त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने के लिए उनकी त्वचा पर सनस्क्रीन लगाएं।

स्वच्छता का ध्यान रखें

गर्मी में संक्रमण जल्दी फैलता है। इसलिए बच्चों को बार-बार हाथ धोने की आदत डालें और खाने से पहले ह हाथ वॉश जरूर करवाएं।गर्मी का मौसम सावधानी से बिताया जाए तो यह आनंददायक हो सकता है, लेकिन लापरवाही बच्चों के लिए गंभीर परिणाम ला सकती है। इसलिए बच्चों की सेहत का ध्यान रखते हुए उचित आहार, पर्याप्त पानी, स्वच्छता और सूर्य की किरणों से बचाव जैसे उपायों को अपनाएं। माता-पिता की सतर्कता ही बच्चों को इस मौसम में सुरक्षित और स्वस्थ रख सकती है।

 

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