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The soldiers broke the law-कानून के रखवालों ने तोड़ा कानून, शराब पीने नहीं तो क्या पूजा करने कर गए थे सिपाही

पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस लाइन गाजियाबाद में तैनात दो सिपाही कपिल और विनीत पर आरोप है कि उन्होंने शराब की कैंटीन में जमकर हंगामा किया और कैंटीन के कर्मचारी के साथ मारपीट की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया

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Subhash Chand
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शराब की कैंटीन में मारपीट करते सिपाही

गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता

पुलिस विभाग की छवि को धूमिल करने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पुलिस लाइन गाजियाबाद में तैनात दो सिपाही कपिल और विनीत पर आरोप है कि उन्होंने शराब की कैंटीन में जमकर हंगामा किया और कैंटीन के कर्मचारी के साथ मारपीट की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सिपाही बेल्ट से कैंटीन कर्मचारी की पिटाई करते हुए दिखाई दे रहे हैं। सोमवार की रात वर्दी पहनकर दोनों सिपाही पुलिस लाइन से नवयुग मार्केट शराब की कैंटीन पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि नमकीन का आर्डर आने में देरी होने पर सिपाही ने बेल्ट उतार ली और कर्मचारियों पर टूट पड़े। मारपीट के दौरान कैंटीन में अफरा-तफरी मच गई। टेबलों पर रखा सामान भी बिखर गया। 

सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल 

वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दोनों वर्दी में हैं और एक बेल्ट से प्रहार कर रहा हैं। वहीं पीड़ित कर्मचारी मदद की गुहार लगा रहा हैं। जबकि पीड़ित खुद पीटते पीटते उनकी वीडियो बनाता रहा।पीड़ित ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया, जो कुछ ही घंटों में वायरल हो गया।

दोनों सिपाही लाइन हाजिर 

घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। डीसीपी सिटी धवल जायसवाल ने मामले का संज्ञान लेते हुए दोनों सिपाहियों को तत्काल लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि पुलिस बल की छवि खराब करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। डीसीपी धवल जायसवाल का कहना है कि एसीपी रितेश त्रिपाठी को इस प्रकरण की जांच सौंप दी गई है। 

कार्यवाही बनेगी नजीर

बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद दोनों सिपाहियों पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस कर्मियों को अनुशासन में रहकर कार्य करने के निर्देश कई बार दिए जा चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद इस तरह की हरकतें गंभीर अपराध की श्रेणी में आती हैं। यह घटना न केवल पुलिस अनुशासन पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि शराब के नशे में किस तरह कानून के रखवाले ही कानून तोड़ने पर उतर आते हैं।

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