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Traffic management : गाजियाबाद में नागपुर मॉडल से जाम की समस्या का समाधान

यातायात जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए अब नागपुर मॉडल अपनाने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। यह मॉडल ट्रैफिक प्रबंधन का ऐसा ढांचा है, जिसमें सड़कों को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि यातायात सहज

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Syed Ali Mehndi
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गाजियाबाद, वाईबीएन संवाददाता 

यातायात जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए अब नागपुर मॉडल अपनाने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। यह मॉडल ट्रैफिक प्रबंधन का ऐसा ढांचा है, जिसमें सड़कों को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि यातायात सहज और अवरोधमुक्त तरीके से चल सके।

सड़क अंडरपास फ्लावर 

इस योजना के तहत चौड़ी सड़कें, गोल चक्कर, अंडरपास और फ्लाईओवर का निर्माण प्राथमिकता में रखा गया है। इसमें प्रमुख परियोजना "शहरी विस्तार सड़क दो" है, जो 65 किलोमीटर लंबी होगी और गाजियाबाद, नोएडा तथा फरीदाबाद को आपस में जोड़ेगी। यह सड़क न केवल आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि व्यावसायिक और औद्योगिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगी।

जीरो स्काईवॉक 

इसके अलावा, नोएडा के मॉडल टाउन गोलचक्कर पर लगभग 40 करोड़ रुपये की लागत से "जीरो स्काईवॉक" बनाया जा रहा है। यह स्काईवॉक पैदल यात्रियों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक विकल्प होगा, जिससे सड़क पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और जाम की स्थिति में सुधार आएगा।

प्रदूषण कंट्रोल

गाजियाबाद शहर के प्रमुख चौराहों पर अंडरपास और फ्लाईओवर निर्माण की भी योजना है, जो ट्रैफिक को बिना रुकावट बहने में मदद करेंगे। इन सभी उपायों से न केवल शहर में ट्रैफिक की भीड़ कम होगी, बल्कि प्रदूषण में भी कमी आएगी। इस मॉडल की सफलता इस बात पर निर्भर करेगी कि योजनाओं को ज़मीन पर कितनी तेजी और गुणवत्ता के साथ लागू किया जाता है। यदि सही दिशा में प्रयास जारी रहे, तो गाजियाबाद निकट भविष्य में जाम मुक्त शहर बन सकता है।

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