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पैंठ-साप्ताहिक बाजारों के दुकानदारों को सड़कों से हटाने के फैसले पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष फैजल हुसैन का कहना है कि निश्चित तौर पर फैसला लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने वाला है। लेकिन पहले वेकल्पिक इंतजाम भी किए जाने चाहिए थे।
बीजेपी के लोनी विधायक नंदकिशोर गूर्जर का पुलिस कमिश्नर से चल रहे विवाद पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि उनके बीच किस वजह से तनाव है ये तो वे दोनों ही बता सकते हैं। लेकिन ये साफ है कि पैंठ बाजारों के मुद्दे पर वो फैसले का समर्थन करने के साथ-साथ सिर्फ इतनी ही मांग करते हैं कि गरीब दुकानदारों की रोटी-रोजी का इंतजाम भी किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस मामले पर उनकी पार्टी के द्वारा दिए गए ज्ञापन के दौरान गाजियाबाद के एसीपी ने उन्हें आश्वासन भी दिया था कि पुलिस दुकानदारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करा रही है।
सपाईयों को जेल, बीजेपी को राहत क्यों ?
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के युवा अध्यक्ष जीतू शर्मा को चंद रोज पहले पुलिस ने महज एक ज्ञापन देने के मामले में शांति भंग के आरोप में जेल भेजा था। सपा जिलाध्यक्ष ने कहा कि बीजेपी के विधायक धरने प्रदर्शन, मार्च कर रहे हैं। अफसरों के खिलाफ बयानबाजी भी कर रहे हैं। मगर उनके खिलाफ कोई एक्शन क्यों नहीं ?
गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के युवा अध्यक्ष जीतू शर्मा जनसमस्याओं और लोगों की दिक्कतों को लेकर ज्ञापन देने गए थे। उन्हें पुलिस ने शांति भंग करने के आरोप में जेल भेज दिया था। सपाई इस कार्रवाई को दुभाव कह रहे हैं।
चंद रोज पहले कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी को लेकर की गई टिप्पणी के विरोध में प्रदर्शन किया था। उस मामले में भी धारा 144 का हवाला देते हुए पुलिस की तरफ से सिहानी गेट कोतवाली में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष विनित त्यागी और अन्य कांग्रेसियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।