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Vashundhara sector 3 mai avaidh nirman
ट्रांस हिंडन बाईबीएन संवाददाता
गाजियाबाद के वसुंधरा में आवास विकास अब अवैध निर्माण का पर्याय बन चुका है। सोने का अंडा बन चुके अवैध निर्माणों को पहले ढ़हाया जाता है और जब सेटिंग बन जाती है तो गोल्डन एग को खाया जाता है। लेकिन परिषद द्वारा स्वीकृत ट्रांस हिंडन एरिया के वसुंधरा में पाश एरिया में हो चुके स्थाई निर्माण यानि अवैध निर्माण को हटाने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है।
पहले स्थाई निर्माण को बनवाया जाता है और सेटिंग होने के बाद खुली छूट अधिकारियों की सरपरस्ती में दी जाती है। ऐसा ही एक उदाहरण बने स्थाई निर्माण आर वसुंधरा सेक्टर 3 में आवास विकास परिषद के अफसरों ने अपनी आँखें बंद कर चुप्पी साध ली है।
वसुंधरा कालोनी के डेवलेपमेंट की जिम्मेदारी शासन से आवास विकास परिषद को मिली हुई है। यहां नक्शा स्वीकृत करने से लेकर तमाम कम परिषद ही देखती है लेकिन रखरखाव और अन्य मामले गाजियाबाद नगर निगम के जिम्मे हैं।
अगर किसी व्यक्ति को अपने प्लॉट का नक्शा पास कराना है तो वह अपनी फाइल आवास विकास परिषद के कार्यालय जाकर वहीं तमाम औपचारिकता पूरी करेगा तभी परिषद के अफसर अवलोकन के बाद नक्शा को मंजूरी देंगे। अगर कोई नक्शा पास होने के बाद हेरफेर करता है तो उसके खिलाफ एक्शन लेने की जिम्मेदारी भी परिषद की होगी।
हर सेक्टर में हो रहे अवैध निर्माण
वसुंधरा में सेक्टर कोई हो या फिर कोई भी सोसायटी सब तरफ अवैध निर्माण। किसी ने रैंप तो किसी ने छज्जा और किसी ने 3 की जगह 4 मंजिल या फिर ग्राउंड फ्लोर पर बिना नक्शा स्वीकृत कराए ही दुकानें बनवा लीं। सब पर मौन स्वीकृति आवास विकास परिषद के अफसरों की।
मकान नंबर 3/569 वसुंधरा
अब आप एक छोटा सा उदाहरण देख लिजिए। परिषद ने वर्ष 2018 में 13 सितंबर को वसुंधरा सेक्टर 3 में प्लॉट नंबर 569 का मानचित्र स्वीकृत किया। यह स्वीकृति 400.30 वर्ग मीटर निर्माण क्षेत्रफल के लिए 161 मीटर के प्लॉट पर दी गई थी। बिल्डर नाम जोगेंद्र यादव हैं, जबकि ऑनर नाम कश कुमार बंसल दर्शाए गए हैं। स्वीकृति मिली अपर ग्राउंड फ्लोर, फर्स्ट फ्लोर और सेकंड फ्लोर की। पार्किंग व टैरेस आदि अलग से।
प्लॉट 569 पर थर्ड फ्लोर और अपर ग्राउंड फ्लोर पर दो शॉप बना किया खेल
बिल्डर ने मानचित्र के विपरीत थर्ड फ्लोर बनाकर कंप्लीट कर दिया। इसके अलावा अपर ग्राउंड फ्लोर पर फ्रंट पर दो शॉप भी बना डालीं। कोई आसपास का व्यक्ति ज्यादा हो हल्ला ने मचाए इसीलिए फिलहाल दोनों शॉप के बाहर ग्रीन पर्दा डालकर कवर कर दिया गया है।
अब फिर लटकी इस प्लॉट पर तलवार
इस प्लॉट पर अवैध निर्माण की शिकायत पहले भी आवास विकास परिषद को मिली थी, जिस पर पहले के अधिकारियों ने यहां सर्च किया था। बताया जाता है कि आवास विकास ने पहले भी इस प्लॉट पर कारवाई की थी और बिजली का कनेक्शन काट दिया था। अब फिर से परिषद प्लॉट पर हुए अवैध निर्माण पर एक्शन कर सकता है।
बिल्डर के झांसे में नहीं आएं, अपनी अक्ल लगाएं
लोगों के बिल्डर के झांसे में नहीं आना चाहिए। कोई भी संपति खरीदने से पहले तमाम जांच पड़ताल कर लें। बिल्डर तो अपने फ्लोर बेचकर निकल जाएगा। आवास विकास परिषद की कारवाई बाद में क्रेता को झेलनी पड़ती है। ऐसा तमाम मामलों में देखने को मिल रहा है।
अवैध निर्माणों पर तेजी से बज रहा हथौड़ा: अधीक्षण अभियंता
आवास विकास परिषद के अधीक्षण अभियंता अजय कुमार मित्तल ने कहा कि आवास विकास परिषद अवैध निर्माण कार्यों पर तेजी से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर रही है। किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। हम किसी एक अवैध निर्माण के बजाय समान रूप से सभी के खिलाफ अभियान को जारी रखेंगे। पुलिस से सहयोग के लिए कहा जाएगा।