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डॉक्टर बीपी त्यागी
कुछ दिन पहले महसूस होने लगा था कि अब सर्दी में विदाई लें ली है। 23 से 26 जनवरी के बीच तेज धूप दिन में निकली किसके चलते पर 24 से 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास तक पहुंच गया। लोगों ने मान लिया कि आप जाड़े का मौसम विदा हो चुका है और गर्मी की शुरुआत इस बार को जल्दी ही हो जाएगी लेकिन लोगों का अनुमान गलत साबित हुआ मौसम विभाग के अनुसार अभी कुछ दिन और पश्चिम उत्तर प्रदेश में सर्दी पड़ेगी।
बच्चे और बुजुर्ग रहे सावधान - डॉ बीपी त्यागी
इस संबंध में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ बी पी त्यागी का कहना है कि जाती हुई सर्दी बच्चे और बुजुर्गों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। क्योंकि मौसम में तेजी से बदलाव होता है जिसके चलते इसका दुष्प्रभाव उन लोगों पर पड़ता है जिनकी इम्युनिटी पावर कम होती है। विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को बेहद सावधान रहने की आवश्यकता है सभी लोग पूरे कपड़े पहने ठंडे पानी से दूरी बनाएं और गुनगुने पानी का सेवन करते हुए नहाने में भी गुनगुना पानी का ही प्रयोग करें। आमतौर पर थोड़ी सी मौसम में गर्मी आने के चलते ही लोग सावधानी छोड़ देते हैं जिसके चलते सर्दी खांसी नजला बुखार और सर में दर्द की समस्या सामने आने लगती है ऐसी किसी समस्या के चलते तुरंत डॉक्टर को दिखाएं और डॉक्टर की सलाह के बिना मेडिकल स्टोर से दवा लेने का जो काम ना उठाएं।
बारिश से गेहूं और फल की फसल को नुकसान
वही सेहत के साथ फसल की बात करें तो बारिश के चलते गेहूं की फसल, फल और सब्जियों को नुकसान पहुंचता है गेहूं की फसल खड़ी पर अगर बारिश की खबर पड़ती है तो निश्चित रूप से गेहूं की पैदावार बर्बादी की ओर पहुंच जाती है जिससे फसल को काफी नुकसान पहुंचता है जबकि अगर मौसम मिला रहेगा तो गेहूं की फसल अच्छे से तैयार होगी और किस के चेहरे पर भी मुस्कान देखने को मिलेगी।
गौरतलब है कि बे मौसम की बरसात इंसान और फसल दोनों के लिए हानिकारक है ऐसे में अगर बरसात होती है ठंड पड़ती है तो दोनों ही हालत में सावधानी बार जरूरी है क्योंकि बुजुर्गों ने भी कहा है कि आती और जाती ठंड नुकसान पहुंचाने के लिए बेहद खतरनाक होती है।