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विश्व होम्योपैथी दिवस
गाजियाबाद,वाईबीएन संवाददाता
होम्योपैथी चिकित्सालय में चिकित्सकों और फार्मेसी की कमी से मरीजों की संख्या में कमी आई है होम्योपैथिक दिवस पर के मौके पर हुई समीक्षा में सामने आया कि जिले में स्वीकृत 16 पदों में से केवल सात चिकित्सक ही कार्यरत हैं इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही बल्कि मरीजों की उम्मीद पर भी पानी फिर रहा है 10 अप्रैल को होम्योपैथिक के जनक डॉक्टर फैब्रिक सैमुअल हनीमेन की जयंती को होम्योपैथिक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
10 हज़ार का टूटा विश्वास
सरकारी होम्योपैथी चिकित्सालय में हर साल लाखों मरीज इलाज करने आते हैं बीते 1 साल में इनकी संख्या में भारी गिरावट देखने को मिली है साल 2022-23 में 219008 रोगी होम्योपैथिक का इलाज कराने आए थे लेकिन वर्ष 2023 24 में यह संख्या घटकर 2 लाख 1587 रह गई यानी की 1 साल में 10331 मरीज कम हुए जबकि कई गंभीर बीमारियों में होम्योपैथिक पद्धति से इलाज में मरीज स्वस्थ हो जाते हैं।
चिकित्सक,फार्मासिस्ट की कमी
चिकित्सकों की संख्या कम होने से मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता कई बार एक ही जगह तक को दो या तीन केदो की जिम्मेदारी संभालती पड़ती है जिससे मरीजों को घंटे इंतजार करना पड़ता है या फिर बिना इलाज के लौटना पड़ता है इसके अलावा फार्मास्युटों की भी भारी कमी है जिले में 16 होम्योपैथिक अस्पताल है लेकिन सभी में पर्याप्त फार्मासिस्ट नहीं है इसका सीधा असर दवा वितरण पर पड़ता है कई बार मरीजों को जरूरी दवाएं भी समय पर नहीं मिल पाती।
कम खर्चे में बढ़िया इलाज
होम्योपैथिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह चिकित्सा पद्धति कम खर्चीली और सुरक्षित होने के साथ हर तबके के लिए उपयोगी है लेकिन स्टाफ की कमी के चलते इसका लाभ सीमित होता जा रहा है जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉक्टर पंकज त्यागी ने बताया कि रिक्त पदों को भरने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है चिकित्सकों की तैनाती ऐसी जगह पर करेंगे जहां मरीज अधिक हो।
तुलनात्मक आंकड़े
वर्ष - 2024-25
नए मरीज -1,11,752
पुराने मरीज - 61,401
कुल मरीज़ -1,73,153
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वर्ष- 2023-24
नए मरीज 1,27,178
पुराने मरीज़ -74509
कुल मरीज़ -201587
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वर्ष - 2022 - 23
नए मरीज 1,29,976
पुराने मरीज़ 8,932
कुल मरीज़ 2,11,908