गुरुग्राम, वाईबीएन संवाददाता। फर्जी अधिकारी बनकर मनी लॉन्ड्रिंग केस का डर दिखाकर ठगी करने के एक आरोपी को पुलिस ने काबू किया है। आरोपी ने डिजिटली अरेस्ट करके बैंक खातों से रुपये ट्रांसफर करवाकर साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने सोमवार को बताया कि आरोपी के खिलाफ मानेसर साइबर अपराध थाना में केस दर्ज किया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
साइबर अपराध थाना मानेसर में एक शिकायत दी थी
पुलिस के अनुसार 12 मई 2024 को एक व्यक्ति ने साइबर अपराध थाना मानेसर में एक शिकायत दी थी। उनके पास एक फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि आपके आधार कार्ड से एक पार्सल मिला है। जिसमें गैर कानूनी सामान है। उसने ऐसा कोई भी सामान मंगवाने की बात से इंकार कर दिया।
एफआईआर दर्ज कराने का डर दिखाया
कॉल करने वाले ने एफआईआर दर्ज कराने का डर दिखाया। फिर उन्होंने एक सीबीआई अफसर से वीडियो कॉल करके उसे डिजिटल अरेस्ट करने की बात कही। उसका नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में भी शामिल होने का डर दिखाते हुए उससे रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू की
पीडि़त की इस शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू की। साइबर थाना मानेसर की पुलिस टीम ने इस केस में एक आरोपी को 15 जून 2025 को पश्चिम बंगाल के फालता से काबू किया है। आरोपी को गुरुग्राम लाने के बाद पुलिस ने इसका खुलासा किया। आरोपी की पहचान असीम मंडल निवासी बेलसिंगा जिला 24 साउथ परगना के रूप में हुई।
आरोपी से पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि ठगी गई राशि में से पांच लाख रुपये उसके बैंक खाते में ट्रांसफर हुए थे। आरोपी असीम मंडल ने यह बैंक खाता छह हजार रुपये में किसी अन्य व्यक्ति को बेचा था। पुलिस इस केस में पहले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।