गुरुग्राम, वाईबीएन संवाददाता। गुरुग्राम के एसडीएम परमजीत चहल ने कहा कि समाधान शिविर केवल शिकायतें दर्ज करने का माध्यम नहीं, बल्कि यह नागरिकों और प्रशासन के बीच संवाद और भरोसे की एक मजबूत कड़ी हैं। वे गुरुवार को लघु सचिवालय स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित जिला स्तरीय समाधान शिविर को संबोधित कर रहे थे।
समाधान शिविरों के जरिए समस्याओं का समाधान
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में जनता की समस्याओं का समयबद्ध और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। समाधान शिविरों के जरिए लोगों को अपनी शिकायतें सीधे संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाने का अवसर मिल रहा है, जिससे पारदर्शी और उत्तरदायी शासन व्यवस्था को बल मिल रहा है।
शिविर में इस बार कुल 43 शिकायतें प्राप्त हुईं
एसडीएम चहल ने कहा कि इन शिविरों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि लोगों को बार-बार सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते। सभी विभागों के अधिकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध रहते हैं, जिससे समस्याओं का त्वरित समाधान संभव होता है। यह व्यवस्था प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ाने के साथ-साथ आमजन का भरोसा भी मजबूत कर रही है।
शिविर में इस बार कुल 43 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें मुख्य रूप से ग्रामीण विकास, पुलिस, सिंचाई तथा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभागों से संबंधित मामले शामिल थे।
अधिकांश शिकायतों का मौके पर निपटारा
इनमें से अधिकांश शिकायतों का निपटारा मौके पर ही कर दिया गया, जबकि शेष शिकायतें संबंधित विभागों को भेजकर समयबद्ध समाधान के निर्देश दिए गए। एसडीएम चहल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे समाधान शिविरों में पूरी तैयारी के साथ भाग लें और प्रत्येक शिकायत का स्पष्ट व तथ्यपरक समाधान प्रस्तुत करें। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी शिकायत को हल्के में लेना या अस्पष्ट जवाब देना स्वीकार्य नहीं होगा।