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फिटकरी अपने औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद और पारंपरिक चिकित्सा में व्यापक रूप से इस्तेमाल होती है। फिटकरी के स्वास्थ्य लाभ, उपयोग के तरीके और उचित मात्रा को समझना इसके सुरक्षित और प्रभावी उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है। फिटकरी एक बहुमुखी और किफायती प्राकृतिक उपाय है, जो त्वचा, मुंह, और सामान्य स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। हालांकि, इसके उपयोग में सावधानी बरतना आवश्यक है, क्योंकि गलत मात्रा या उपयोग से नुकसान हो सकता है। हमेशा शुद्ध और विश्वसनीय स्रोत से प्राप्त फिटकरी का उपयोग करें और चिकित्सक की सलाह लें, खासकर यदि आप इसे नियमित रूप से उपयोग करने की योजना बना रहे हैं। (Alum) एक प्राकृतिक खनिज है, जो आमतौर पर पोटेशियम एलम (Potassium Alum) के रूप में उपयोग की जाती है।
फिटकरी के लाभ
- एंटीसेप्टिक और जीवाणुरोधी गुण: फिटकरी में शक्तिशाली एंटीसेप्टिक और जीवाणुरोधी गुण होते हैं, जो इसे घाव, कटने और त्वचा के संक्रमण के इलाज में उपयोगी बनाते हैं। यह बैक्टीरिया और कीटाणुओं को मारकर संक्रमण को रोकने में मदद करती है।
- मुंह की स्वच्छता: फिटकरी का उपयोग माउथवॉश के रूप में करने से मसूड़ों की सूजन, मसूड़ों से खून बहना और मुंह की दुर्गंध को कम करने में मदद मिलती है। यह दांतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी सहायक है।
- त्वचा के लिए लाभकारी: फिटकरी त्वचा को कसने (Astringent) का काम करती है, जिससे यह झुर्रियों, मुंहासों और त्वचा की जलन को कम करने में मदद करती है। यह शेविंग के बाद जलन को शांत करने के लिए भी उपयोगी है।
- पसीने और दुर्गंध को नियंत्रित करना: फिटकरी को प्राकृतिक डियोडरेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह पसीने की ग्रंथियों को अस्थायी रूप से बंद करके पसीने और दुर्गंध को कम करता है।
- जल शुद्धिकरण: फिटकरी का उपयोग पानी को शुद्ध करने के लिए किया जाता है, क्योंकि यह अशुद्धियों को जमाकर पानी को साफ करने में मदद करती है। यह पेट से संबंधित बीमारियों को रोकने में सहायक है।
- गले के दर्द और टॉन्सिलाइटिस में राहत: फिटकरी के गरारे करने से गले की खराश और टॉन्सिलाइटिस में राहत मिलती है, क्योंकि यह सूजन को कम करती है और बैक्टीरिया को मारती है।
- खून बहने को रोकना: छोटे-मोटे कटने या घाव से खून बहने को रोकने के लिए फिटकरी का उपयोग प्रभावी है, क्योंकि यह रक्त वाहिकाओं को सिकोड़ती है।
कैसे करें फिटकरी का उपयोग
त्वचा के लिए: फिटकरी के पाउडर को पानी में घोलकर प्रभावित त्वचा पर लगाएं। उदाहरण के लिए, मुंहासों के लिए फिटकरी को गुलाब जल के साथ मिलाकर पेस्ट बनाएं और चेहरे पर 10-15 मिनट के लिए लगाएं, फिर धो लें।
मुंह की स्वच्छता के लिए: एक चुटकी फिटकरी पाउडर को गुनगुने पानी में मिलाकर माउथवॉश के रूप में उपयोग करें। दिन में 1-2 बार गरारे करें।
डियोडरेंट के रूप में: फिटकरी की गीली सिल्ली को बगल में रगड़ें या फिटकरी पाउडर को पानी में घोलकर स्प्रे बोतल में डालकर उपयोग करें।
घावों के लिए: छोटे घाव पर फिटकरी का पाउडर छिड़कें या पानी में घोलकर उससे घाव को धोएं। यह खून को रोकने और कीटाणुओं को मारने में मदद करता है।
पानी शुद्धिकरण के लिए: 1 लीटर पानी में 0.1-0.2 ग्राम फिटकरी डालें और 10-15 मिनट तक हिलाएं। अशुद्धियाँ नीचे बैठ जाएंगी, और साफ पानी का उपयोग किया जा सकता है।
गले की खराश के लिए: एक गिलास गुनगुने पानी में 1-2 चुटकी फिटकरी पाउडर मिलाकर गरारे करें। इसे दिन में 2-3 बार करें।
जरूरी हैं इस्तेमाल में सावधानियां
मात्रा: फिटकरी का उपयोग बहुत कम मात्रा में करना चाहिए। सामान्य तौर पर, 0.1-0.5 ग्राम प्रति उपयोग (जैसे पानी शुद्धिकरण या माउथवॉश के लिए) पर्याप्त है। त्वचा पर उपयोग के लिए, 1-2 चुटकी पाउडर को पानी या अन्य सामग्री के साथ मिलाकर प्रयोग करें।
आंतरिक उपयोग से बचें: फिटकरी को कभी भी मुंह के माध्यम से नहीं लेना चाहिए, क्योंकि यह विषाक्त हो सकती है और पेट, गुर्दे या अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है।
एलर्जी की जाँच: त्वचा पर उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट करें, क्योंकि कुछ लोगों को फिटकरी से एलर्जी हो सकती है।
बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए सावधानी: बच्चों और गर्भवती महिलाओं को फिटकरी का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए।
अधिक उपयोग से बचें: अत्यधिक उपयोग से त्वचा में जलन या सूखापन हो सकता है। हमेशा संतुलित मात्रा में उपयोग करें। Alum Benefits not