Advertisment

Ayushman Bharat Day: वंचित और कमजोर वर्गों के लिए 'संजीवनी' है आयुष्मान भारत योजना

30 अप्रैल को भारत आयुष्मान भारत दिवस मनाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य आयुष्मान भारत योजना को याद करना है, जो 2018 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी पहल थी।

author-image
Mukesh Pandit
AYushmanBharat divas
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

आयुष्मान भारत दिवस हर साल 30 अप्रैल को पूरे भारत में मनाया जाता है। यह दिन भारत सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना, आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इसके उद्देश्यों को प्रचारित करने के लिए समर्पित है। इस योजना को 2018 में शुरू किया गया था और इसे "मोदी-केयर" के नाम से भी जाना जाता है, जो विश्व की सबसे बड़ी सरकार द्वारा वित्तपोषित स्वास्थ्य बीमा योजना है। आयुष्मान भारत दिवस का मुख्य उद्देश्य देश के आर्थिक रूप से कमजोर और वंचित वर्गों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में प्रगति को उजागर करना है।

Advertisment

2018 में आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ

आयुष्मान भारत दिवस प्रतिवर्ष 30 अप्रैल को मनाया जाता है। यह तारीख 2018 में आयुष्मान भारत योजना के शुभारंभ की याद में चुनी गई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में इसकी शुरुआत की थी। इस योजना की घोषणा 2018 के केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की थी, और इसे 23 सितंबर 2018 को रांची, झारखंड में औपचारिक रूप से लागू किया गया। यह दिन न केवल योजना की उपलब्धियों का जश्न मनाता है, बल्कि समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता फैलाने का भी अवसर प्रदान करता है। 2025 में, यह दिन 30 अप्रैल को बुधवार के दिन मनाया जाएगा।

आयुष्मान भारत दिवस का संदेश

Advertisment

आयुष्मान भारत दिवस का मूल संदेश है "स्वस्थ भारत, समृद्ध भारत"। यह संदेश इस विचार को रेखांकित करता है कि एक स्वस्थ समाज ही आर्थिक और सामाजिक प्रगति का आधार है। इस दिन का उद्देश्य निम्नलिखित संदेशों को जन-जन तक पहुंचाना है: HEALTH | Bihar health crisis | brain health tips | Digital health care | breaking health update

सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज: आयुष्मान भारत योजना का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि देश का प्रत्येक नागरिक, विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, बिना वित्तीय बोझ के गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सके। यह योजना सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) डेटाबेस के आधार पर 10.74 करोड़ गरीब और वंचित परिवारों (लगभग 50 करोड़ लोगों) को कवर करती है।

जागरूकता और भागीदारी: यह दिन लोगों को आयुष्मान भारत योजना के लाभों, पात्रता मानदंडों, और नामांकन प्रक्रिया के बारे में शिक्षित करता है। ग्राम सभाओं, स्वास्थ्य शिविरों, और जागरूकता अभियानों के माध्यम से, सरकार यह सुनिश्चित करती है कि अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़ें।

Advertisment

स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार: आयुष्मान भारत दिवस का संदेश ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में सस्ती चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ावा देना भी है। यह योजना स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (HWCs) के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करती है और PM-JAY के तहत माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं को कवर करती है।

वित्तीय सुरक्षा: यह योजना गरीब परिवारों को चिकित्सा खर्च के कारण होने वाले आर्थिक संकट से बचाने का वादा करती है। यह संदेश देती है कि स्वास्थ्य सेवाएं अब केवल अमीरों के लिए नहीं, बल्कि समाज के सबसे कमजोर वर्गों के लिए भी सुलभ हैं।

लोगों को मिलने वाले लाभ

Advertisment

आयुष्मान भारत योजना के तहत लोगों को कई महत्वपूर्ण लाभ प्राप्त होते हैं, जो न केवल उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करते हैं। ये लाभ निम्नलिखित हैं:

कैशलेस स्वास्थ्य बीमा: योजना के तहत प्रत्येक पात्र परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाता है। यह बीमा देश भर के सूचीबद्ध सरकारी और निजी अस्पतालों में माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य उपचार के लिए लागू होता है। लाभार्थी आयुष्मान कार्ड या ई-कार्ड का उपयोग करके बिना नकद भुगतान के उपचार प्राप्त कर सकते हैं।

विस्तृत कवरेज: योजना में गंभीर बीमारियों जैसे कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग, और हाइपरटेंशन के उपचार शामिल हैं। इसके अलावा, अस्पताल में भर्ती होने से 15 दिन बाद तक का नैदानिक उपचार और दवाइयां मुफ्त प्रदान की जाती हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान, इस योजना ने लाभार्थियों को मुफ्त परीक्षण और उपचार भी उपलब्ध कराया।

ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पहुंच: आयुष्मान भारत योजना ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाती है। देश भर में 1.5 लाख स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र स्थापित किए गए हैं, जो गर्भावस्था देखभाल, मातृ स्वास्थ्य सेवाएं, और अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करते हैं।

वित्तीय बोझ में कमी: चिकित्सा खर्च के कारण परिवारों को कर्ज लेने या अपनी संपत्ति बेचने की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह योजना गरीब परिवारों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करती है, जिससे वे अपने बच्चों की शिक्षा और अन्य जरूरतों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।

रोजगार के अवसर: योजना ने "आयुष्मान मित्र" जैसी नई नौकरी श्रेणियां बनाई हैं, जो अस्पतालों में लाभार्थियों की सहायता करते हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में मांग बढ़ने से रोजगार के नए अवसर पैदा हुए हैं।

डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड: आयुष्मान कार्ड में लाभार्थी का पूरा मेडिकल इतिहास और स्वास्थ्य रिकॉर्ड होता है, जो बीमा कंपनियों और अस्पतालों के लिए आसानी से सुलभ होता है। यह स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक कुशल और पारदर्शी बनाता है।

आयुष्मान भारत दिवस का उत्सव

आयुष्मान भारत दिवस को देश भर में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से मनाया जाता है। इनमें शामिल हैं:

स्वास्थ्य शिविर : मुफ्त स्वास्थ्य जांच और उपचार के लिए शिविरों का आयोजन किया जाता है।
जागरूकता अभियान : ग्राम सभाओं और कार्यशालाओं के माध्यम से लोगों को योजना के लाभों के बारे में बताया जाता है।
नई पहल: सरकार इस दिन नई स्वास्थ्य योजनाओं या सुधारों की घोषणा कर सकती है।

आयुष्मान भारत दिवस न केवल एक उत्सव है, बल्कि यह भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव का प्रतीक भी है। यह योजना 50 करोड़ लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का लक्ष्य रखती है, और 2025 तक इसके दायरे को और विस्तार देने की योजना है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि स्वास्थ्य हर व्यक्ति का अधिकार है, और आयुष्मान भारत योजना इस अधिकार को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। समाज के प्रत्येक व्यक्ति को इस योजना का समर्थन करना चाहिए और इसके लाभों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में योगदान देना चाहिए।

breaking health update Digital health care brain health tips Bihar health crisis HEALTH
Advertisment
Advertisment