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गोंद कतीरा, जिसे ट्रैगाकैंथ गम (Tragacanth Gum) भी कहा जाता है, एक प्राकृतिक चिपचिपा पदार्थ है जो बबूल, कीकर और नीम जैसे पेड़ों से प्राप्त होता है। इसकी तासीर ठंडी होती है, जिसके कारण इसका सेवन मुख्य रूप से गर्मियों में करने की सलाह दी जाती है। गर्मी से होने वाली समस्याओं जैसे लू, डिहाइड्रेशन और पेट की जलन से राहत दिलाता है। इसे सुबह खाली पेट लेना सबसे अधिक लाभकारी माना जाता है, क्योंकि यह पाचन तंत्र को सक्रिय करता है और दिनभर ऊर्जा प्रदान करता है। रात में भिगोकर सुबह इसका सेवन करना भी प्रभावी होता है।
सर्दियों में इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि इसकी ठंडी तासीर ठंड से संबंधित समस्याएं बढ़ा सकती है। गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों या किसी स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित व्यक्तियों को इसका सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।आयुर्वेद में गोंद कतीरा को विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के लिए लाभकारी माना जाता है। HEALTH | Digital health care | get healthy body | get healthy | Alcohol Health Risks
गोंद कतीरा कैसे खाना चाहिए?
गोंद कतीरा को विभिन्न तरीकों से आहार में शामिल किया जा सकता है। इसका सही उपयोग करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाएं।
पानी में भिगोकर: 1-2 चम्मच गोंद कतीरा को रातभर एक गिलास पानी में भिगो दें। सुबह यह फूलकर जेल जैसा हो जाता है। इसे छानकर पानी, नींबू पानी, छाछ, शरबत या मिल्कशेक में मिलाकर पी सकते हैं। स्वाद के लिए मिश्री या शहद मिलाना बेहतर होता है।
दूध के साथ: रात में भिगोया हुआ गोंद कतीरा एक गिलास गर्म दूध में मिलाकर पीना पाचन और हड्डियों के लिए फायदेमंद है। इसमें शहद या चीनी डालकर स्वाद बढ़ाया जा सकता है।
लड्डू के रूप में: गोंद कतीरा को पीसकर मिश्री के साथ मिलाएं और दूध में डालकर सेवन करें। प्रसव के बाद महिलाओं के लिए गोंद के लड्डू बनाकर खाना आम प्रथा है।
स्नैक्स या सलाद में: भिगोया हुआ गोंद कतीरा सलाद, फालूदा या स्मूदी में मिलाकर खाया जा सकता है।
प्रतिदिन 1-2 चम्मच गोंद कतीरा पर्याप्त है। अधिक मात्रा में सेवन से पेट में गैस, ब्लोटिंग या अपच हो सकता है। इसे खाने के बाद पर्याप्त पानी पीना जरूरी है ताकि यह आसानी से पच सके।
गोंद कतीरा के स्वास्थ्य लाभ
गोंद कतीरा में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉलिक एसिड और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके निम्नलिखित स्वास्थ्य लाभ हैं:
पाचन तंत्र के लिए: उच्च फाइबर सामग्री के कारण यह कब्ज, गैस, एसिडिटी और पेट की सूजन से राहत देता है। यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है और पाचन को सुचारू रखता है।
वजन घटाने में सहायक: गोंद कतीरा भूख को नियंत्रित करता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे ओवरईटिंग कम होती है।
त्वचा और बालों के लिए: यह त्वचा को हाइड्रेट रखता है, मुंहासों और सूजन को कम करता है। बालों के झड़ने और डैंड्रफ की समस्या में भी लाभकारी है।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है: इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण सर्दी, खांसी और वायरल संक्रमणों से बचाव करते हैं।
महिलाओं के लिए: यह अनियमित मासिक धर्म को नियंत्रित करता है, प्रसव के बाद कमजोरी दूर करता है और स्तन वृद्धि में सहायक हो सकता है।
पुरुषों की सेहत: यह शीघ्रपतन, नाइट फॉल और इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्याओं में लाभकारी है।
हृदय और हड्डियों के लिए: यह रक्तचाप और ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। कैल्शियम और मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
गर्मी से राहत: यह हीट स्ट्रोक, नाक से खून बहने और हाथ-पैरों की जलन को कम करता है।
कैसे करें उपयोग और बरतें सावधानियां
सीमित मात्रा में सेवन: अधिक मात्रा में गोंद कतीरा खाने से उल्टी, दस्त, ब्लोटिंग या सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
एलर्जी का ध्यान: संवेदनशील त्वचा वाले लोग इसका उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट करें।
चिकित्सक की सलाह: श्वास संबंधी रोगों, डायबिटीज या अन्य गंभीर समस्याओं से पीड़ित लोग डॉक्टर से परामर्श लें।
सर्दियों में कम उपयोग: ठंडी तासीर के कारण सर्दियों में इसका सेवन कम करें।
गोंद कतीरा एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधि है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। इसे सही समय (विशेष रूप से सुबह खाली पेट) और सही तरीके (पानी, दूध या शरबत के साथ) से लेने पर यह पाचन, त्वचा, हृदय, हड्डियों और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में और चिकित्सक की सलाह से करना चाहिए। गोंद कतीरा को अपने आहार में शामिल करके आप गर्मियों में ठंडक और पूरे वर्ष स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।