कानपुर, वाईबीएन संवाददाता
अब प्रधान सहायक 50 बेड वाले अस्पतालों के तारणहार बनेंगे, ऐसे अस्पतालों को अनुमति देने प्रक्रिया अब इनके जरिए ही पूरी की जाएगी। अभी तक संविदा कंप्यूटर द्वारा ऑपरेटर अनुमति प्रक्रिया पूरी की जाती थी। जिलाधिकारी ने ये निर्देश 50 बेड वाले अस्पतालों की अनुमति प्रक्रिया की समीक्षा बैठक में दिए हैं।
कलेक्ट्रेट में हुई समीक्षा बैठक
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार शाम को 50 बेड वाले नर्सिंग होम की अनुमति प्रक्रिया को लेकर समीक्षा बैठक हुई। बैठक में सीएमओ हरिदत्त नेमी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, आईएमए के पदाधिकारी समेत कई अधिकारी भी शामिल हुए। बैठक में उन्होंने अनुमति प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा कराने के निर्देश जारी किए।
50 बेड वाले सभी अस्पतालों की सूची तलब
जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित करते हुए कहा कि 50 बेड वाले नर्सिंग होम की सूची दो दिनों के अन्दर प्रस्तुत करें। उन्होंने 1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 24 के बीच रिन्युवल के लिए आए आवेदनों, विभाग द्वारा किए गए सत्यापन की संख्या और सत्यापन में पाई गई कमियों की भी जानकारी तत्काल उपलब्ध कराने को कहा।
जांच और सत्यापन के बाद ही मिले रजिस्ट्रेशन
उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि जमीनी हकीकत जाने बिना किसी अस्पताल को रजिस्ट्रेशन न दिया जाए। पूर्ण जांच और सत्यापन के बाद ही अस्पताल चलाने की अनुमति प्रदान की जाए। इसके अलावा उन्होंने आईएमए के सदस्यों को भी निर्देशित किया निर्धारित मानकों के अनुरूप ही अस्पताल संचालित किए जाएं।
रिश्वतखोर कर्मचारियों पर होगी कार्रवाई
इस दौरान उन्होंने सरकार की मंशा को साफ करते हुए कहा कि अगर कोई कर्मचारी या अधिकारी रिश्वत की मांग करता है तो उसकी शिकायत सीधे उनसे या फिर आईएमए के जरिए की जाए। ऐसे कर्मचारियों को चिन्हित करके कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से पूरा कराने के निर्देश जारी किए।