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जिसके आगे पनीर तो छोड़िए मटन भी फेल है। इसकी बेहद स्वादिष्ट सब्जी बनाई जाती है। इसे “कमल ककड़ी” के नाम से जानते हैं। इसका स्वाद के अलावा इसमें कई औषधीय गुण भी होते हैं। इसके अनगिनत फायदे आयुर्वेद में बताए गए हैं। डायबिटीज, इम्युनिटी पावर, वजन, त्वचा रोग, मानसिक रोग, एनीमिया, बीपी और पाचन तंत्र जैसे तमाम रोगों में बेहद लाभकारी और गुणकारी है।
आयुर्वेद चिकित्सकों के मुताबिक “कमल ककड़ी की न्यूट्रीशन वैल्यू बहुत अधिक होती है। कमल ककड़ी को अंग्रेज़ी में “लोटस रूट” कहा जाता है। आयुर्वेद में इसके अनेकों औषधीय गुणों से भरपूर वर्णन मिलते हैं।
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सूजन में फायदा
कमल ककड़ी खाने से शरीर में हो रही सूजन की समस्या दूर होती है।
पाचन तंत्र
कमल ककड़ी में फ़ाइबर भरपूर मात्रा में होने के कारण, पाचन तंत्र बेहतर के साथ कब्ज़ की समस्या भी खत्म होती है।
बीपी में फायदेमंद
कमल ककड़ी में पोटैशियम पाया जाता है जिसके कारण, ब्लड प्रेशर की दिक्कत नहीं होती है।
एनीमिया
कमल ककड़ी में आयरन और कॉपर होने की वजह से एनीमिया यानी खून की कमी नहीं होती है।
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मानसिक रोग में लाभ
कमल ककड़ी में विटामिन, बी कॉम्प्लेक्स होने के कारण, दिल दिमाग, चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, और तनाव जैसे रोगों में लाभ मिलता है।
त्वचा रोग
इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं जिसके कारण, त्वचा एकदम हाइड्रेटेड और मॉइस्चराइज़ बनी रहती है।
वजन कम करने में कारगर
कमल ककड़ी में जहां एक तरफ कैलोरी कम होती है तो वहीं दूसरी तरफ फ़ाइबर ज़्यादा होता है। इसी कारण यह वज़न घटाने में कामयाब है।
डायबिटीज में वरदान
कमल ककड़ी में फ़ाइबर, मिनरल्स, और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो ब्लड शुगर के मरीजों के लिए वरदान है।
इम्यूनिटी पावर
कमल ककड़ी में विटामिन सी होने के कारण शरीर की इम्युनिटी पावर बढ़ती है।
सेवन में सावधानी
कभी भी कमल ककड़ी का प्रयोग कच्चा नहीं करना चाहिए क्योंकि, इसमें हानिकारक परजीवी होते हैं। साफ से धोकर पानी में उबालने के बाद, इसके सलाद, सूप, कोफ्ते, अचार और चिप्स आदि के रूप में खाया जा सकता है।
लोकप्रिय सब्जी
कमल ककड़ी की सब्जी लोकप्रिय है। इसकी सब्जी के आगे पनीर तो छोड़िए, मटन भी फेल है। इसको खूब उबालने के बाद सुखाकर पाउडर भी बना कर सेवन किया जा सकता है।