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गर्भवती महिला को सिर्फअतिरिक्त 300-500 कैलोरी की जरूरत होती है, विशेष रूप से दूसरी और तीसरी तिमाही में। ज्यादा खाने से मोटापा और गर्भकालीन मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है। संतुलित आहार जिसमें प्रोटीन, फाइबर, और विटामिन शामिल हों, पर्याप्त है। गर्भावस्था के दौरान सही आहार का पालन करना बहुत ज़रूरी है। कई भ्रांतियाँ इस बारे में फैली हुई हैं कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। इस लेख में, हम कुछ आम भ्रांतियों और उनके सच्चाई को समझेंगे ताकि आप एक स्वस्थ गर्भावस्था के लिए सही आहार का चयन कर सकें। brain health tips | baby oral health | anjali health tips | HEALTH
भ्रांतियाँ और सच्चाई: गर्भावस्था और आहार (Misconceptions and Truths about Food in Pregnancy)
1. "गर्भवती महिला को दो लोगों के लिए खाना चाहिए।"
✔️ सच्चाई: यह जरूरी नहीं कि दोगुना खाना खाएं। ज़रूरत है पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने की, न कि कैलोरी की मात्रा की। संतुलित और पौष्टिक भोजन जरूरी है।
- 2. "केसर खाने से बच्चा गोरा होता है।"
- सच्चाई: बच्चे का रंग अनुवांशिकी (genes) पर निर्भर करता है, केसर का कोई असर नहीं होता। केसर सीमित मात्रा में लेने से मूड और पाचन को फायदा हो सकता है।
3. "पपीता और अनानास खाना गर्भपात करा सकता है।"
- सच्चाई: अधपका या कच्चा पपीता गर्भ में संकुचन ला सकता है, लेकिन पका हुआ पपीता और सामान्य मात्रा में अनानास सुरक्षित हैं। अधिक मात्रा से परहेज करें।
4. "गर्भावस्था में मछली या अंडा नहीं खाना चाहिए।"
- ✔️ सच्चाई: अच्छी तरह पकी हुई मछली और अंडे प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड के अच्छे स्रोत हैं, जो बच्चे के मस्तिष्क विकास के लिए जरूरी हैं। कच्चे या अधपके उत्पादों से बचें।
5. "गर्भ में लड़का है तो ज्यादा नमकीन चीज़ें खाने की इच्छा होती है, और लड़की है तो मीठा खाने का मन करता है।"
- सच्चाई: यह केवल एक मिथक है। खानपान की इच्छाएँ हार्मोनल बदलावों और शरीर की जरूरतों पर आधारित होती हैं, लिंग पर नहीं।
6. "गर्भावस्था में ठंडी चीजें (जैसे आइसक्रीम, दही) नहीं खानी चाहिए।"
✔️ सच्चाई: यदि आपको ठंडी चीजों से कोई एलर्जी या सर्दी-जुकाम की समस्या नहीं है, तो सीमित मात्रा में दही या आइसक्रीम खाना हानिकारक नहीं है।
7. "गर्भवती महिला को ड्राय फ्रूट्स नहीं खाने चाहिए क्योंकि यह गर्म होते हैं।"
❌ सच्चाई: सूखे मेवे (जैसे बादाम, अखरोट) पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और सीमित मात्रा में रोज़ खाए जा सकते हैं। अत्यधिक सेवन न करें।
8. "बहुत मसालेदार खाना बच्चा काला कर देता है।"
❌ सच्चाई: मसालेदार भोजन से रंग पर कोई असर नहीं पड़ता। हां, ज़्यादा तीखा खाना पेट में जलन या एसिडिटी बढ़ा सकता है।
• गर्भावस्था में सही खानपान के सुझाव:
• संतुलित आहार लें: सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज, प्रोटीन, और अच्छे वसा।
• पर्याप्त पानी पिएँ।
• कैफीन और जंक फूड सीमित करें।
• फोलिक एसिड, आयरन और कैल्शियम से भरपूर चीज़ें खाएँ।
• डॉक्टर या डाइटिशियन की सलाह से ही सप्लिमेंट लें।
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