भारत के लगभग हर घर में बचपन से लोग बड़े बुजुर्गों को इसके गुणों का बखान करते सुनते आए हैं। नीम की पत्तियों और टहनी की तरह फूल को भी आयुर्वेद में बेहद कारगर औषधि का दर्जा प्राप्त है। नीम के छोटे-छोटे फूलों में बड़ी-बड़ी समस्याओं को दूर करने की ताकत है। Health Care | health benefits | health issue | Health Awareness
फूल इंसानों के लिए प्रकृति का तोहफा है
कड़वी लेकिन अनगिनत फायदों वाली नीम की पत्तियों को तो आपने खूब चबाया होगा, लेकिन क्या कभी उसका फूल खाया है? गर्मी के दिन में तपती दुपहरिया में घर से निकलना हो तो दादी-नानी छोटे-छोटे खूबसूरत और सौंधी खुशबू वाले फूल, उससे बना शर्बत हो या भूजिया जरूर खिलाती थीं। वजह उसके पोषक तत्व थे। ये न केवल हीटवेव से बचाने में सक्षम हैं बल्कि गर्मी के दिनों के लिए बेहद फायदेमंद हैं।
नीम के फूलों के औषधीय गुण
टेलर एंड फ्रांसिस में प्रकाशित एक शोध पत्र (जून 2024) में नीम के फूलों की खासियत बताई गई है। अध्ययन नीम के फूलों के औषधीय गुणों की खोज करता है, अन्य पौधों के भागों की तुलना में उनके कम हानिकारक और अधिक लाभदायक होने की क्षमता पर प्रकाश डालता है। क्लोरोफॉर्म, एथिल एसीटेट, इथेनॉल और मेथनॉल सहित उनकी पोलेरिटी के आधार पर सॉल्वैंट्स का उपयोग करके फाइटोकेमिकल्स निकाले गए। मधुमेह विरोधी और कैंसर विरोधी गुणों का पता लगाने के लिए इन चार अर्कों का विश्लेषण किया गया। इनमें इथेनॉलिक अर्क मधुमेह और कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में सबसे प्रभावी पाया गया।
आयुर्वेद में बेहद कारगर औषधि का दर्जा
भारत के लगभग हर घर में बचपन से लोग बड़े बुजुर्गों को इसके गुणों का बखान करते सुनते आए हैं। नीम की पत्तियों और टहनी की तरह फूल को भी आयुर्वेद में बेहद कारगर औषधि का दर्जा प्राप्त है। नीम के छोटे-छोटे फूलों में बड़ी-बड़ी समस्याओं को दूर करने की ताकत है। गर्मी के दिनों में नीम का फूल इंसानों के लिए प्रकृति का तोहफा है। रोजाना इसके सेवन करने से खून साफ होता है, चेहरे पर ग्लो आता है और दाग-धब्बे, मुंहासों के साथ इंफेक्शन से भी मुक्ति मिलती है। इसमें मौजूद एंटी फंगल गुण, एंटीइंफ्लेमेटरी गुण और एंटी बैक्टीरियल गुण शरीर के लिए बहुत उपयोगी हैं।
व्यंजनों में भी होगा है उपयोग
नीम के फूलों से बनी शरबत हो या भुजिया, सेहत के लिए दोनों ही फायदेमंद हैं। उत्तर भारत में नीम के फूल को सरसों के तेल और जीरे की छौंक के साथ भुजिया के तौर पर बनाया जाता है, तो वहीं दक्षिण भारत में कई तरह के व्यंजनों को बनाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। नीम के फूल का शरबत पेट को बेहतर और पाचन तंत्र को बेहतर करने, खून साफ करने के साथ मधुमेह के लिए भी बहुत उपयोगी है। इसमें मौजूद गुण पेट को साफ और पाचन तंत्र को हेल्दी रखते हैं। अपच, वात, कब्ज समेत अन्य समस्याओं में भी यह बहुत उपयोगी है।
इसके सेवन से पेट में मौजूद कीड़े भी खत्म हो जाते हैं। फूलों में मौजूद एंटी फंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी सेप्टिक गुण पाए जाते हैं। स्किन से जुड़ी समस्याओं में भी फायदा मिलता है। यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही भूख भी बढ़ाता है। गर्मी के मौसम में चिलचिलाती धूप और बढ़ते तापमान के कारण सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं पैदा हो जाती हैं। ऐसे में नीम के फूलों का शरबत पीना शरीर के लिए लाभदायी है।