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नई दिल्ली,आईएएनएस। छोटे-छोटे दानों वाला अनाज रागी पोषण से भरपूर होता है। इसे अपने खाने की थाली में शामिल कर न केवल दिल बल्कि पाचन तंत्र समेत पूरे शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। रागी में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक है और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है।
रागी को सुपरफूड भी कहा जाता
रागी को सुपरफूड भी कहा जाता है। इसके प्रतिदिन सेवन से पाचनतंत्र मजबूत होता है, ब्लड प्रेशर नियंत्रित होता है, और दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। इसमें भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम और पोटैशियम पाया जाता है।
रागी के फायदे अनगिनत
भारत सरकार का आयुष मंत्रालय रागी के फायदों को गिनाते हुए इसके सेवन की सलाह देता है। मंत्रालय के अनुसार, “विटामिन बी, कैल्शियम, पोटैशियम और फाइबर से भरपूर रागी ग्लूटेन-मुक्त होता है, जो हृदय के लिए अनुकूल होता है और इसके नियमित सेवन से खूब एनर्जी मिलती है। यह नर्वस सिस्टम, मांसपेशियों और किडनी, लीवर के स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।”
वजन भी नियंत्रित रहता
यह डायबिटीज के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। इसमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है। ऐसे में यह डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है।
हेल्थ एक्सपर्ट इसे अपनी खाने की थाली में शामिल करने की सलाह देते हैं। इससे वजन भी नियंत्रित रहता है।
कई शोध हुए हैं, जिनमें बताया गया कि रागी में फाइबर और प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जिससे लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। यह वजन कंट्रोल करने में भी मददगार है। इसके अलावा, यह शरीर की हड्डियों को मजबूत करने में भी कारगर साबित होता है। रागी खाने से दांत भी मजबूत होते हैं।
मिलेट खाने से पहले
मिलेट खाने से पहले इन बातों पर भी गौर करना चाहिए, जैसे कि मिलेट का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए। कुछ मिलेट (जैसे बाजरा) में गोइट्रोजेनिक तत्व हो सकते हैं, जो ज्यादा मात्रा में खाने से समस्या पैदा कर सकते हैं। कुछ लोगों को पाचन में भारीपन महसूस हो सकता है। कुछ लोगों को मिलेट से एलर्जी हो सकती है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट सावधानी के साथ इसके सेवन की सलाह देते हैं। इसे पतली रोटी, खिचड़ी या दलिया के रूप में ले सकते हैं।