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मुंह में छाले (माउथ अल्सर)एक आम समस्या है, जो कई लोगों को समय-समय पर परेशान करती है। ये छोटे, दर्दनाक घाव मुंह की भीतरी सतह, जीभ, मसूड़ों या होंठों पर हो सकते हैं। हालांकि ये आमतौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन बार-बार होने वाले छाले किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकते हैं, जैसे कि विटामिन की कमी। जानते हैं मुंह में छाले बार-बार होने का कारण क्या हो सकता है? और कौन से विटामिन की कमी इसके लिए जिम्मेदार हो सकती है?
मुंह के छालों को नजरअंदाज करना सही नहीं
मुंह में छाले अगर बार-बार यह हो रहा है या लंबे समय तक ठीक नहीं हो रहा है तो इसे नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। छोटी सी दिखने वाली है तकलीफ कई बार किसी गंभीर कमी का संकेत होती है खासकर जरूरी विटामिन की। डॉक्टर के अनुसार बार-बार होने वाले छाले सिर्फ मौसम में बदलाव या मसालेदार खाने का असर नहीं है। बल्कि आपके शरीर में विटामिन की कमी का नतीजा भी हो सकता है।
विटामिन बी12 की कमी
विटामिन बी12 शरीर में रेड ब्लड सेल्स बनाने और नर्वस सिस्टम को सही तरीके से चलाने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से एनीमिया, थकान, चक्कर आना और मुंह में छाले जैसी समस्याएं हो सकती है। लंबे समय तक इसकी कमी रहने पर नर्वस सिस्टम प्रभावित हो सकता है। बी12 की पूर्ति के लिए मीट, मछली चिकन और डेयरी उत्पाद बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं। शाकाहारी लोग दूध, दही, पनीर दाले, सोया और हरी सब्जी भी अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
विटामिन बी2 राइबोफ्लोविन
राइबोफ्लोविन की कमी से स्किन पर रैश, बाल झड़ना, गले में खराश और मुंह में छाले जैसी समस्या हो सकती है। इसे दूर करने के लिए दूध, हरी सब्जियां और दाले खानी चाहिए।
विटामिन बी9 फोलेट
डीएनए बनाने और सेल रिपेयर में फोलेट की अहम भूमिका होती है। इसकी कमी से शरीर में नई कोशिकाएं बनने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। जिससे छाले बनने लगते हैं। हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें और साबुत अनाज फोलेट के अच्छे स्रोत माने जाते हैं।
विटामिन बी3 नायसिन
नायसिन की कमी से पेलाग्रा नाम की बीमारी हो सकती है। जिसमें दस्त, स्किन संबंधी समस्याएं, दिमागी कमजोरी और मुंह में छाले शामिल है। मांस, मछली, मेवे और अनाज नायसिन की कमी पूरा करने में मदद करते हैं।
विटामिन सी की कमी
विटामिन सी की कमी से स्कर्वी रोग हो सकता है। जिससे मसूड़े से खून आना ढीले मसूड़े और मुंह में घाव शामिल है. संतरा, नींबू, अमरुद, किवी, स्ट्रॉबेरी और शिमला मिर्च इसके बेहतरीन स्रोत माने जाते हैं।
बचाव और इलाज
मुंह के छालों से बचाव के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है जिसमें सभी जरूरी विटामिन शामिल हो। इसके अलावा बार-बार छाले होने पर आपको डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। नमक वाले पानी से गरारे, मसालेदार और खट्टे खाने से परहेज करना चाहिए और ओवर द काउंटर जेल का इस्तेमाल मुंह के छालों से राहत दे सकता है। इसे लेकर एक्सपर्ट्स का कहना है कि बार-बार होने वाले छाले आपके शरीर का संकेत है कि पोषण पर ध्यान देने का समय आ गया है. सही समय पर विटामिन की कमी पूरी करके इस परेशानी से बचा जा सकता है। HEALTH | get healthy | get healthy body | Health Advice | mouth ulcers causes