नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
सर्दियों के दौरान ठंड से बचने के लिए हीटर का उपयोग आम हो गया है, लेकिन इसके अनुचित या अत्यधिक उपयोग से स्वास्थ्य पर गंभीर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, हीटर के गलत इस्तेमाल से कमरे की नमी कम हो जाती है, जिससे त्वचा, आंखों और श्वसन तंत्र से संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
हीटर से हो सकते हैं ये जोखिम:
- त्वचा और आंखों में सूखापन: हीटर कमरे की नमी को कम कर देता है, जिससे त्वचा में रूखापन, खुजली और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
- सांस संबंधी समस्याएं: हीटर से निकलने वाली गर्म हवा शुष्क होती है, जो अस्थमा या एलर्जी के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकती है। इससे सांस लेने में कठिनाई, गले में खराश और नाक में सूखापन जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- डिहाइड्रेशन: लंबे समय तक हीटर के संपर्क में रहने से शरीर की नमी कम हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों को इसका अधिक खतरा होता है।
- कार्बन मोनोऑक्साइड का जोखिम: गैस हीटर के उपयोग से कार्बन मोनोऑक्साइड गैस का उत्सर्जन हो सकता है, जो अत्यधिक खतरनाक है और इसके उच्च स्तर पर होने से सिरदर्द, चक्कर आना, सांस लेने में कठिनाई, और गंभीर मामलों में मृत्यु भी हो सकती है।
- आग लगने का खतरा: हीटर के पास ज्वलनशील वस्तुएं रखने से आग लगने की संभावना बढ़ जाती है।
ऐसे रह सकते है सुरक्षित
- नमी बनाए रखें: कमरे में एक बर्तन में पानी रखें या ह्यूमिडिफायर का उपयोग करें ताकि नमी संतुलित रहे और त्वचा व श्वसन समस्याओं से बचा जा सके।
- वेंटिलेशन का ध्यान रखें: हीटर का उपयोग करते समय कमरे में उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें ताकि ताजी हवा का प्रवाह बना रहे और कार्बन मोनोऑक्साइड के संचय से बचा जा सके।
- हीटर का समय सीमित करें: हीटर का उपयोग आवश्यकतानुसार ही करें और समय-समय पर बंद करते रहें। विशेषकर सोते समय हीटर को बंद करना महत्वपूर्ण है।
- सुरक्षा निर्देशों का पालन करें: निर्माता द्वारा दिए गए सुरक्षा निर्देशों का पालन करें और हीटर को कभी भी अनदेखा न छोड़ें।
- ज्वलनशील वस्तुओं से दूरी रखें: हीटर के पास रजाई, पर्दे या लकड़ी की चीजें न रखें, क्योंकि इससे आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
इन सावधानियों का पालन करके, हीटर के उपयोग से होने वाले संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को कम किया जा सकता है और सर्दियों के मौसम में सुरक्षित और स्वस्थ रहा जा सकता है।