Advertisment

Cancer जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने में कारगर है सफेद हल्दी 'कचूर', फायदे जानकर रह जाएंगे हैरान

दुर्लभ औषधीय पौधा कचूर का आयुर्वेद में खासा स्थान है। कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लेकर यह पाचन और त्वचा संबंधी समस्याओं को भी मात देने में सफल रहा है। ये कई बीमारियों को दूर करने में फायदेमंद है।

author-image
Pratiksha Parashar
kachoor
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

नई दिल्ली, आईएएनएस। 

Advertisment

कचूर एक दुर्लभ औषधीय पौधा है, जिसका आयुर्वेद में विशेष महत्व माना जाता है। कचूर न केवल कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने में सहायक है, बल्कि पाचन तंत्र और त्वचा संबंधी समस्याओं के समाधान में भी उपयोगी माना जाता है। इसकी बड़ी-बड़ी हरी पत्तियां और सुंदर गुलाबी फूल जहां देखने में आकर्षक लगते हैं, वहीं इसके स्वास्थ्य लाभ भी अनगिनत हैं। कचूर के इस्तेमाल से कई गंभीर बीमारियों को दूर कर सकते हैं। 

कई बीमारियों में फायदेमंद है कचूर

2023 में इंटरनेशनल जनरल ऑफ आयुर्वेदा एंड फार्मा रिसर्च में प्रकाशित समीक्षा रिपोर्ट के मुताबिक, कचूर में फाइटोकंस्टिट्यूएंट्स की जटिल श्रृंखला होती है। अध्ययन में इसकी एंटी-माइक्रोबियल गतिविधि, एंटी-ऑक्सीडेंट गतिविधि, एंटी-इंफ्लेमेटरी, और एंटीपायरेटिक गुणों का पता चला। इसका व्यापक रूप से विभिन्न रोगों जैसे कि कृमि (वार्म) संक्रमण, ल्यूकोरिया, गोनोरिया, पेट फूलना, अपच, जलोदर आदि के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है।

Advertisment

यह भी पढ़ें:  Punarnava: पौधा छोटा सा लेकिन लाभ बड़े-बड़े! गुर्दे-हृदय की समस्याओं में रामबाण

कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में है कारगर

कचूर एक बहुपयोगी आयुर्वेदिक औषधि है, जो कैंसर, पाचन, त्वचा, श्वसन और हड्डियों की समस्याओं के लिए फायदेमंद है। बताया जाता है कि यह कैंसर रोधी गुणों से भरपूर औषधि है, जिसका इस्तेमाल आयुर्वेद में कई गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है।

Advertisment

एंटी ट्यूमर और एंटी कैंसर गुण होते हैं मौजूद

कचूर अदरक परिवार का एक हिस्सा है और इसका वैज्ञानिक नाम करकुमा जेडोरिया है। इसे सफेद हल्दी भी कहा जाता है। कचूर कैंसर से बचाव और ट्यूमर को रोकने में सहायक है। इसके अलावा, इसमें एंटी-ट्यूमर और एंटी-कैंसर गुण भी होते हैं, जो शरीर में कैंसर सेल्स के बढ़ने को रोकते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद कर्क्यूमिन तत्व कैंसर के खतरे को कम करता है।

कीमोथेरेपी के दौरान देता है ताकत

Advertisment

बताया जाता है कि कीमोथेरेपी के दौरान कचूर का सेवन शरीर को ताकत देता है। साथ ही, यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और भूख को बढ़ाने में सहायक भी है। इसके अलावा, अपच, गैस और एसिडिटी को भी कम करने में लाभदायक है। यही नहीं, कचूर लीवर और पित्ताशय की समस्याओं में मदद करने का काम करता है। इसका सेवन करने से पेट में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और अस्थमा तथा सांस की बीमारियों में लाभकारी माना जाता है।

इन बीमारियों में  है फायदेमंद

कचूर का पाउडर या रस अस्थमा, सर्दी-जुकाम और खांसी में भी लाभदायक होता है। इसके अलावा, यह जोड़ों के दर्द और सूजन में भी राहत पहुंचाता है। कचूर में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गठिया और जोड़ों के दर्द को कम करने में कारगर होते हैं। कचूर का पेस्ट पिंपल्स, दाग-धब्बे और एक्जिमा जैसी समस्याओं को दूर करता है। साथ ही, त्वचा को निखारने और संक्रमण से बचाने में मदद करता है।

यह भी पढ़ें: सावधान! इन आदतों से हो सकता है नुकसान, अच्छी Health के लिए करें इन सबसे तौबा

Advertisment
Advertisment