नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः अब्दुल रऊफ उम्र के उस मुकाम पर पहुंच चुका है जहां वो केवल अपना ही गुजर बसर कर सकता है लेकिन इस 55 साल के शख्स ने फिलहाल ब्रिटेन के साथ पाकिस्तान सरकार की नींद उड़ा रखी है। ब्रिटेन में जहां वो रहता है वहां के लोग उसकी सूरत से भी नफरत करते हैं। वहीं POK के लोग इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं वो पाकिस्तान लौटकर न आ जाए। अभी रऊफ ब्रिटिश कोर्ट में चल रहे केस के फैसले के इंतजार में है। पाकिस्तान सरकार ने वैलेड ट्रैवेल डाक्यूमेंट्स के बगैर उसे एंट्री देने से मना कर दिया है।
कई नाबालिगों से किया रेप, ब्रिटेन करना चाहता है Deport
दरअसल रऊफ को नाबालिग लड़कियों से बलात्कार के मामले में ब्रिटेन की कोर्ट ने दोषी ठहराया था। वो अब जेल से बाहर आ चुका है। वो ब्रिटेन के Rochdale में रह रहा है। ब्रिटेन की सरकार उसे देश से बाहर भेजने पर आमादा है लेकिन रऊफ ने कोर्ट में अपील कर रखी है। उसका कहना है कि ब्रिटेन अगर उसे बाहर निकाल देता है तो वो कहां जाएगा। वो स्टेटलैस है। trendig news | pakistan not present in content
POK का कहने वाला है रऊफ, ब्रिटिश कोर्ट में बोला- उसके पास कोई घर नहीं
हालांकि रऊफ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के एक अमीर परिवार से जुड़ा है। उसका कोटली जिले में घर है। फिलहाल वहां मरम्मत का काम चल रहा है। गांव के लोग बताते हैं कि रऊफ ने ब्रिटिश जेल से बाहर आने के बाद से ही घर को दुरुस्त कराने का काम शुरू करा दिया था। कुछ समय तक वहां उसका भाई रहता था, लेकिन अब घर में कोई नहीं रह रहा है।
ब्रिटेन के Rochdale में रह रहा है रऊफ, लोग खाते हैं खौफ
Rochdale में जहां रऊफ रहता हैं वहां के लोग उसे एक गंभीर खतरे के तौर पर देखते हैं। आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि हमने अपने बच्चों को बाहर भेजना भी बंद कर दिया है। वहीं पाकिस्तान के कोटली जिले में स्थित चरोई गांव के लोग भी दहशत में हैं। उनका कहना है कि अगर वो यहां लौटकर आ गया तो हमारे लिए बहुत ज्यादा मुश्किल खड़ी हो जाएगी।
47 से ज्यादा नाबालिग लड़कियों के साथ कर चुका है रेप
डिलीवरी ड्राइवर के तौर पर अब काम कर रहे 55 वर्षीय रऊफ को 2012 में कम से कम 47 नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर यौन शोषण करने के आरोप में छह साल की सजा सुनाई थी। इनमें से कुछ की उम्र 12 साल थी। रऊफ ने सिर्फ ढाई साल की सजा काटी है। स्काटलैंड यार्ड का कहना है कि नौ लोगों का गैंग बलात्कार किए जाने से पहले पीड़ितों को शराब और नशीली दवाइयां देता था। गैंग का नेतृत्व रऊफ करता था।
ब्रिटिश कोर्ट से सारी अपीलें हारा, पर नहीं हो पा रहा निर्वासन
रऊफ 2018 में अपनी ब्रिटिश नागरिकता छीने जाने के खिलाफ अपील हार चुका है। 2022 में वो अपने निर्वासन की अपील हारने के बावजूद ब्रिटेन में ही रह रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि पाकिस्तान वैध यात्रा दस्तावेजों के बिना रऊफ को स्वीकार करने से इनकार कर रहा है। नौकरशाही के इस गतिरोध के चलते रऊफ उसी Rochdale में रह रहा है जहां उसने कई अपराध किए थे, जिससे लोकल रेजीडेंट्स में नए सिरे से डर और गुस्सा पैदा हो गया है।
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