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ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई
तेहरान/नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। भारत-ईरान के बीच गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक अहम बयान दिया है। उन्होंने भारत के साथ रिश्तों को प्राचीन, अटूट और समय-परखी मित्रता करार दिया।
“... भारत से हमारा रिश्ता कायम रहा”
ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भारत के साथ ऐतिहासिक संबंधों पर टिप्पणी करते हुए कहा- भले ही वंश और धर्म बदले हों, लेकिन भारत से हमारा रिश्ता हमेशा मजबूत बना रहा। यह मित्रता साझा भाषा, कला और संस्कृति के माध्यम से आज भी जीवित है। उन्होंने कहा- यह एक ऐसा जीवंत संबंध है, जो सदियों से हर परीक्षा में खरा उतरा है।
साझा सांस्कृतिक विरासत की मिसाल
भारत और ईरान के संबंध केवल कूटनीतिक नहीं बल्कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक भी हैं। फारसी साहित्य, स्थापत्य कला, संगीत और व्यापार जैसे कई क्षेत्रों में दोनों देशों की साझेदारी का लंबा इतिहास रहा है।
रणनीतिक साझेदारी को भी मिला समर्थन
विशेषज्ञों के मुताबिक अयातुल्ला खामेनेई का यह बयान केवल सांस्कृतिक संबंधों की प्रशंसा नहीं, बल्कि भारत को वैश्विक मंच पर समर्थन देने का संकेत भी माना जा रहा है। चाबहार बंदरगाह से लेकर क्षेत्रीय सहयोग तक, ईरान और भारत की साझेदारी लगातार मजबूत होती जा रही है। india iran relations | india iran relationship | Ayatollah Ali Khamenei