बैंकॉक, वाईबीएन नेटवर्क ।
pmmodi | dr. yunus | Bangladesh | India : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के बीच बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में हुई बैठक ने दक्षिण एशिया की राजनीति में नया मोड़ पैदा कर दिया है। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब भारत-बांग्लादेश संबंध तनावपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं।
क्यों खास है यह मुलाकात ?
पहली आमने-सामने वार्ता: शेख हसीना सरकार के पतन (अगस्त 2023) के बाद यूनुस के सत्ता संभालने के बाद यह पहली बार है जब भारत और बांग्लादेश के शीर्ष नेताओं ने सीधी बातचीत की।
चीन फैक्टर: यूनुस हाल ही में चीन की यात्रा करके आए हैं और उनकी नीतियों में बीजिंग का प्रभाव साफ दिख रहा है।
अल्पसंख्यक सुरक्षा का मुद्दा: भारत ने बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर चिंता जताई है।
रोहिंग्या संकट: बांग्लादेश ने भारत से रोहिंग्या शरणार्थियों के मुद्दे पर सहयोग मांगा है।
विस्तृत विश्लेषण: क्या हुआ बैठक में ?
सूत्रों के मुताबिक, 30 मिनट तक चली इस बैठक में निम्न मुद्दों पर चर्चा हुई...
A. आर्थिक सहयोग और ट्रेड
- BBIN (बांग्लादेश-भूटान-भारत-नेपाल) कॉरिडोर पर प्रगति
- सेफ्टी एंड सिक्योरिटी को लेकर भारत की चिंताएं
- क्रॉस-बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर चर्चा
B. सुरक्षा और सीमा विवाद
- अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी पर सख्त कार्रवाई की मांग
- उग्रवादी गुटों को समर्थन देने के आरोपों पर यूनुस का जवाब
C. चीन का बढ़ता दखल
- यूनुस की चीन यात्रा के बाद भारत की सुरक्षा चिंताएं
- बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) में बांग्लादेश की भागीदारी
क्या कहा गया ? पीएम मोदी और यूनुस के बयान
यूनुस के कार्यालय ने ट्वीट किया: "द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर सहमति बनी।"
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा: "दोनों देशों के बीच साझेदारी को गहरा करने पर चर्चा हुई।"
मोदी ने यूनुस को लिखा पत्र (26 मार्च) – "भारत बांग्लादेश के साथ मिलकर क्षेत्रीय शांति के लिए काम करेगा।"
भारत-बांग्लादेश संबंध: कैसे पहुंचे इस मोड़ पर ?
1. शेख हसीना का पतन और यूनुस का उदय
- अगस्त 2023 में सेना समर्थित अंतरिम सरकार का गठन
- भारत समर्थित हसीना सरकार के विरोधियों को बढ़ावा
2. अल्पसंख्यकों पर हमले
- 2024 में 300+ हिंदू परिवारों पर हमले
- भारत ने विदेश मंत्रालय स्तर पर विरोध दर्ज कराया
3. चीन का बढ़ता प्रभाव
- पायलट प्रोजेक्ट्स में चीन का निवेश
- टेलीकॉम और पावर सेक्टर में बीजिंग की दखलंदाजी
क्या होगा भविष्य में ? – 3 संभावित परिदृश्य
सामान्यीकरण: यदि यूनुस भारत के साथ सहयोग बढ़ाते हैं।
तनाव बढ़ना: यदि बांग्लादेश चीन के करीब जाता है।
अस्थिरता: यदि अल्पसंख्यक हिंसा जारी रहती है।