Advertisment

युद्ध विराम के प्रयासों को झटका, इजरायली हमलों में छह बच्चों सहित 30 लोग मारे गए

इजरायल और हमास के बीच 21 महीने से जारी संघर्ष को रोकने और बंधकों को रिहा कराने के लिए जारी बातचीत में कोई सफलता मिलती नहीं दिख रही। यह हमला मध्यस्थों द्वारा युद्धविराम कराने के प्रयासों के बावजूद हुआ।

author-image
Mukesh Pandit
Gaza Patti

Photograph: (Google)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

दीर अल-बलाह (गाजा पट्टी)। गाजा पट्टी में रविवार को इजरायली हमलों में छह बच्चों सहित कम से कम 30 लोग मारे गए। यह हमला मध्यस्थों द्वारा युद्धविराम कराने के प्रयासों के बावजूद हुआ। इजरायल और हमास के बीच 21 महीने से जारी संघर्ष को रोकने और बंधकों को रिहा कराने के लिए जारी बातचीत में कोई सफलता मिलती नहीं दिख रही। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पिछले सप्ताह अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के साथ समझौते पर चर्चा करने के लिए वाशिंगटन में थे, लेकिन युद्धविराम के दौरान इजरायली सैनिकों की तैनाती को लेकर एक नया पेंच सामने आया है, जिससे नए समझौते की व्यवहार्यता पर सवाल उठ रहे हैं।

इजरायल युद्ध जारी रखने के पक्ष में

इजरायली  दक्षिणी गाजा में एक महत्वपूर्ण भू-मार्ग पर अपनी सेनाएं बनाए रखना चाहता है। हमास उस भू-भाग पर सैनिकों की तैनाती को इस बात का संकेत मानता है कि इजरायल अस्थायी युद्धविराम की अवधि समाप्त होने के बाद भी युद्ध जारी रखने का इरादा रखता है। इजराइल का कहना है कि वह युद्ध तभी समाप्त करेगा जब हमास आत्मसमर्पण करगा, हथियार डाल देगा और निर्वासन में चला जाएगा। हालांकि हमास ऐसा करने से इनकार करता है। हमास का कहना है कि वह युद्ध समाप्त करने और इजरायली सेना की पूरी तरह वापसी के बदले में शेष 50 बंधकों को रिहा करने को तैयार है, जिनमें से आधे से भी कम जीवित बताए जाते हैं।

अब तक युद्ध में 58000 लोग मारे जा चुके हैं

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को कहा कि युद्ध में 58,000 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं। मंत्रालय अपनी गणना में आम नागरिकों और लड़ाकों के बीच कोई अंतर नहीं करता। उसका कहना है कि मृतकों में आधे से ज़्यादा महिलाएं और बच्चे हैं। सात अक्टूबर, 2023 को हुए हमले में हमास के नेतृत्व वाले लड़ाकों ने उत्तरी इजराइल पर हमला करके लगभग 1,200 लोगों की हत्या कर दी और 251 लोगों का अपहरण कर लिया। इसी हमले के बाद युद्ध की शुरुआत हुई थी।

 पश्चिमी तट में भी हिंसा बढ़ी 

फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि गाजा में युद्ध के दौरान, इजरायल के कब्जे वाले पश्चिमी तट में भी हिंसा बढ़ी है, जहां रविवार को दो फलस्तीनियों का अंतिम संस्कार किया गया। इनमें 20-वर्षीय फलस्तीनी-अमेरिकी सैफुल्लाह मुसलेट भी शामिल था, जो इजरायलियों के एक हमले में मारा गया था। गाजा में, मध्य गाजा के अल-अवदा अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि इजराइली हमले के बाद नुसेरात में एक जल संग्रहण केंद्र पर उन्हें 10 शव मिले। अस्पताल ने बताया कि मृतकों में छह बच्चे भी शामिल हैं।

Advertisment

पानी लेने के दौरान हुआ हमला

इलाके में रहने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी रमज़ान नासिर ने समाचार एजेंसी एपी  को बताया कि रविवार सुबह लगभग 20 बच्चे और 14 वयस्क पानी भरने के लिए कतार में खड़े थे। उन्होंने बताया कि जब हमला हुआ, तो कुछ लोग भाग गए, जबकि कुछ जमीन पर गिर पड़े, जिनमें गंभीर रूप से घायल लोग भी शामिल थे।उन्होंने बताया कि लोग फलस्तीनी इलाके से पानी लाने के लिए लगभग दो किलोमीटर पैदल चलते हैं।इजराइली सेना ने कहा कि वह एक आतंकवादी को निशाना बना रही थी, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण उसका गोला-बारूद ‘‘लक्ष्य से दर्जनों मीटर दूर’’ गिर गया।

उसने कहा कि घटना की जांच की जा रही है।इसके अलावा, स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि रविवार दोपहर मध्य गाजा शहर में सड़क पर चल रहे नागरिकों के एक समूह पर इजराइली हमला हुआ, जिसमें 11 लोग मारे गए और लगभग 30 अन्य घायल हो गए।

लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के विशेषज्ञ डॉ. अहमद कंदील भी मारे गए 

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि सामान्य सर्जरी और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी के विशेषज्ञ डॉ. अहमद कंदील भी मारे गए लोगों में शामिल हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता जहीर अल-वाहिदी ने ‘एपी’ को बताया कि जब हमला हुआ, तब कंदील अल-अहली अरब बैपटिस्ट अस्पताल जा रहे थे। अल-वाहिदी के अनुसार, सभी शवों और घायलों को अल-अहली अस्पताल ले जाया गया।अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि मध्य शहर जावैदा में एक मकान पर इजराइली हमले में दो महिलाओं और तीन बच्चों सहित नौ लोगों की मौत हो गई।

Advertisment

 एक दिन में 150 से ज़्यादा ठिकानों पर हमला 

इजराइली सेना ने कहा कि उसने पिछले एक दिन में 150 से ज़्यादा ठिकानों पर हमला किया। हालांकि उसने इन हमलों पर सीधे तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की। इजराइल नागरिकों की मौत के लिए हमास को ज़िम्मेदार ठहराता है, क्योंकि यह चरमपंथी समूह आबादी वाले इलाकों से सक्रिय है।

Advertisment
Advertisment