सीपीएन-माओवादी सेंटर के प्रमुख पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ ने शुक्रवार को राजतंत्र समर्थक शक्तियों को चेतावनी दी कि वे नेपाली जनता और राजनीतिक दलों के उदारवादी रुख को उनकी कमजोरी न समझें। उन्होंने खासकर पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह को यह गलती न दोहराने के लिए आगाह किया। भृकुटिमंडप में आयोजित एक रैली में प्रचंड ने कहा कि राजतंत्र समर्थक ताकतें राजशाही को फिर से स्थापित करने के नाम पर लोगों को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने काठमांडू में घरों में आग लगाई और पुलिसकर्मियों पर पत्थर फेंके।
पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह गलती न दोहराएं
प्रचंड ने जोर देते हुए कहा कि नेपाली जनता और राजनीतिक दलों द्वारा दिखाए गए उदार दृष्टिकोण को कमजोरी न समझें। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह अपने पिछले गलत कदमों के कारण अब केवल एक सामान्य नागरिक बनकर रह गए हैं। उन्होंने ज्ञानेंद्र से आग्रह किया कि वह वही गलती न दोहराएं, क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो वह सब कुछ खो देंगे। प्रचंड ने यह स्पष्ट किया कि नेपाली जनता और राजनीतिक दलों के लिए राजशाही को फिर से स्थापित करना और प्रतिगमन की दिशा में लौटना अस्वीकार्य होगा। उन्होंने लोकतंत्र और गणराज्य के समर्थन में आवाज उठाने वाली ताकतों से भी आह्वान किया कि वे अपनी गलतियों को स्वीकार करें और आत्म-आलोचना करें, ताकि लोगों का विश्वास पुनः प्राप्त किया जा सके।
पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करेगी
प्रचंड ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करेगी और सुशासन की स्थापना के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने राजतंत्रवादियों को चुनौती दी कि लोकतांत्रिक और गणराज्य समर्थक ताकतों द्वारा की गई गलतियों और कमजोरियों ने उन्हें हस्तक्षेप करने का मौका दिया है। प्रचंड ने कहा कि भ्रष्टाचार का स्तर बढ़ा है, दलालों ने इसका फायदा उठाया है और समाज में अव्यवस्था का माहौल बना है, जो प्रतिगामी ताकतों के लिए एक अनुकूल परिस्थिति पैदा कर रहा है। इस बीच राजतंत्र समर्थक समूहों ने सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट के कार्यालय पर हमला किया और नया बनेश्वर इलाके में तोड़फोड़ की। इससे पहले उन्होंने टिंकुने इलाके में एक घर में आग लगा दी थी।