वाशिंगटन, वाईबीएन नेटवर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरुआती 100 दिनों में कई ऐसे फैसले लिए, जिन्होंने विश्व राजनीति, व्यापार और सुरक्षा पर गहरा असर डाला और वैश्विक राजनीति के लिए बेहद घटनापूर्ण रहे। उनके विवादास्पद लेकिन प्रभावशाली फैसलों ने न केवल अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया में भूचाल ला दिया। अब देखना होगा कि ट्रंप की आक्रामक रणनीति आगे क्या रंग लाती है, आइए जानते हैं।
ट्रंप के 10 सबसे बड़े और प्रभावशाली फैसले
अमेरिका में अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई: अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों की पहचान कर उन्हें देश से बाहर भेजा गया। इस कार्रवाई से कई देशों के साथ राजनयिक तनाव उत्पन्न हुआ।
नाटो से दूरी बनाने का ऐलान: ट्रंप ने यूरोपीय सहयोगियों पर रक्षा खर्च में योगदान न करने का आरोप लगाया। अमेरिका के नाटो से अलग होने की चेतावनी दी, जिससे वैश्विक सुरक्षा समीकरण बदलने लगे।
कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बताया: कनाडा सहित कई इलाकों पर नियंत्रण की इच्छा जताकर विश्व समुदाय में हलचल मचा दी।
रेसिप्रोकल टैरिफ से ग्लोबल ट्रेड पर हमला: अमेरिकी सामानों पर टैक्स लगाने वाले देशों पर ट्रंप ने भारी टैरिफ थोप दिया। 90 दिनों में नई डील करने का अल्टीमेटम दिया गया।
डब्लूएचओ से अमेरिका का अलगाव: कोरोना महामारी के दौरान डब्लूएचओ पर चीनी प्रभाव का आरोप लगाया। अमेरिका ने डब्लूएचओ को फंडिंग बंद कर संगठन से खुद को अलग कर लिया।
यूएसएड फंडिंग पर रोक: गरीब और विकासशील देशों को मिलने वाली अमेरिकी सहायता बंद कर दी, जिससे कई देशों में संकट गहरा गया।
यूक्रेन को झटका, रूस से नजदीकी: यूक्रेन को समर्थन देने से इनकार करते हुए रूस के साथ संबंधों को मजबूत करने का प्रयास किया।
अमेरिकी विश्वविद्यालयों से सीधा टकराव: विश्वविद्यालयों को "यहूदी विरोधी" और "हमास समर्थक" बताते हुए उनकी फंडिंग रोकी। कई एक्टिविस्ट छात्रों को निष्कासित किया गया।
सरकारी नौकरियों में छंटनी : सरकारी खर्च घटाने के लिए हजारों सरकारी नौकरियां समाप्त की गईं। एलन मस्क की DOGE टीम ने इस कार्यवाही को अंजाम दिया।
ईरान के साथ नई डील की पहल : ईरान के साथ परमाणु समझौते को फिर से स्थापित करने की कोशिश की।
साथ ही चेतावनी भी दी कि असफलता पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।