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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः 2019 के बाद यह पहली बार था जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाक़ात हुई। वो एंकोरेज स्थित ज्वाइंट बेस एल्मेंडॉर्फ-रिचर्डसन में एकसाथ दिखे। पुतिन के साथ बैठक से पहले ट्रम्प ने कहा था कि वह दो चीजें चाहते हैं- लड़ाई तुरंत बंद हो और रूसी नेता जल्द ही यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिलने के लिए इच्छा दिखाएं। हालांकि कोई समझौता नहीं हुआ। पुतिन ने ट्रम्प को मॉस्को में दूसरे दौर की बातचीत के लिए आमंत्रित किया।
पुतिन का एक नायक की तरह स्वागत
अमेरिका और रूस के राष्ट्रपति यूक्रेन युद्ध पर बातचीत के लिए अलास्का पहुंचे तो हवा में ठंडक छा गई और तापमान 9 डिग्री तक गिर गया। दुनिया को उम्मीद थी कि यह एक गर्मजोशी भरा मामला होगा। खासकर तब जब ट्रम्प ने कहा कि अगर बातचीत नाकाम रही तो वह चले जाएंगे। हालांकि, जब दोनों नेताओं की मुलाक़ात हुई तो ट्रम्प की बेबाक शेखी गायब हो गई। पुतिन का एक नायक की तरह स्वागत हुआ।
पुतिन का स्वागत चार अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने किया। उनको अलास्का के एंकोरेज में ले जाया गया। फिर भव्य स्वागत किया गया। जैसे ही पुतिन ट्रम्प की ओर बढ़े, अमेरिकी राष्ट्रपति ने उनके लिए तीन बार ताली बजाई। फिर गर्मजोशी से हाथ मिलाया, जो सामान्य से कुछ लंबा चला। फिर दोनों ने दोस्ताना मुस्कान बिखेरी। दोनों ने एक-दूसरे की कोहनियां भी थपथपाईं। इसके बाद दोनों नेता कंधे से कंधा मिलाकर रेड कारपेट पर चलते हुए टरमैक पर बनाए गए एक मंच की ओर बढ़े। ऊपर, अमेरिकी F-22 लड़ाकू विमान और एक B-2 बमवर्षक शक्ति प्रदर्शन करते हुए उड़ान भर रहे थे।
पत्रकार के सवाल को अनसुना कर गए पुतिन
दोनों ही माहौल और एक-दूसरे की कंपनी का आनंद लेते दिख रहे थे। पिछले कुछ हफ्तों से बढ़ते तनाव से बिल्कुल अलग। इतना कि पत्रकारों के सवालों को दोनों ने अनसुना कर दिया। एक पत्रकार चिल्लाया- राष्ट्रपति पुतिन, क्या आप नागरिकों की हत्याएं बंद करेंगे? रूसी राष्ट्रपति ने उलझन भरी नजरों से देखा और व्यंग्यात्मक अंदाज में अपने कान की ओर इशारा किया, मानो उन्हें सवाल सुनाई ही नहीं दे रहा हो।
ट्रम्प के साथ उनकी कार में बैठे रूसी प्रेजीडेंट
हालांकि, यहां से कहानी में एक बड़ा मोड़ आया। ट्रम्प ने पुतिन को इशारा किया कि अब जाने का समय हो गया है। मीडिया को तब हैरानी हुई जब दोनों अमेरिकी राष्ट्रपति की आधिकारिक लिमोजीन - 'द बीस्ट' - की पिछली सीट पर बैठ गए। यह साफ नहीं हो सका कि पुतिन-ट्रम्प की यह यात्रा पहले से तय थी या नहीं, क्योंकि मॉस्को नंबर प्लेट वाली एक कार संभवतः पुतिन के लिए, टरमैक पर इंतजार कर रही थी। फिर दोनों को काले शीशों के पीछे बातें करते देखा गया। यह यात्रा कम से कम 10 मिनट तक चली, जिससे नेताओं को अकेले में बिना किसी रोक-टोक के बातचीत करने का मौका मिला।
अपना लक्ष्य पूरा कर ले गए पुतिन
मीटिंग से पता चला कि ट्रम्प के लिए क्या दांव पर लगा था। रिपब्लिकन नेता ने 24 घंटे में यूक्रेन युद्ध समाप्त करने का वादा करके पदभार ग्रहण किया था। वो 24 घंटे छह महीने तक खिंच गए, लेकिन उनका वायदा पूरा नहीं हुआ। संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूस के प्रति ट्रम्प का आक्रामक रुख़ नदारद था। पुतिन जब मास्को में अगले दौर की वार्ता का प्रस्ताव रख रहे थे, तब भी वे अचंभित दिखे। पुतिन ने हंसते हुए कहा- अगली बार मास्को में। ट्रम्प ने कहा- यह दिलचस्प है... इस पर मुझे थोड़ी आलोचना झेलनी पड़ेगी, लेकिन मुझे लगता है कि ऐसा हो सकता है। दोनों नेताओं के बाहर निकलते समय पुतिन के चेहरे पर मुस्कान थी। वह अलास्का में यह संकेत देने के लिए आए थे कि मास्को अलग-थलग नहीं है। ऐसा लग रहा था कि उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल कर लिया है।
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