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French President Emmanuel Macron Photograph: (Google)
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नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क।गाजा और इजरायल के बीच जारी युद्ध के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक ऐतिहासिक घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि फ्रांस जल्द ही फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता देगा।यह औपचारिक घोषणा सितंबर, 2025 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में की जाएगी। मैक्रों के इस बयान से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हलचल मच गई है, खासकर तब, जब गाजा में मानवीय संकट तेजी से बढ़ रहा है।
गाजा के हालात से चिंतित हैं मैक्रों
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा-इस समय सबसे जरूरी है कि गाजा में युद्ध तत्काल रोका जाए और आम नागरिकों की जान बचाई जाए।उन्होंने यह भी कहा कि गाजा में जारी भूख, बमबारी और बर्बादी को देखकर वह बेहद व्यथित हैं। हालांकि, यह भी याद रहे कि मैक्रों ने 7 अक्टूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले के बाद इजरायल का समर्थन किया था, लेकिन अब गाजा में हो रही तबाही ने उनका रुख बदल दिया है।
मान्यता देने वाला फ्रांस बन सकता है बड़ा उदाहरण
इस फैसले के साथ फ्रांस उन देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने पहले ही फिलिस्तीन को एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में मान्यता दी है। मैक्रों के इस कदम को युद्धविराम की दिशा में एक मजबूत संदेश के रूप में देखा जा रहा है।विशेषज्ञों का मानना है कि फ्रांस का यह फैसला अन्य यूरोपीय देशों को भी इसी दिशा में प्रेरित कर सकता है।
इजरायल पर बढ़ रहा है वैश्विक दबाव
गाजा में पिछले कई महीनों से चल रही सैन्य कार्रवाई और आम नागरिकों की मौत को लेकर इजरायल पर वैश्विक दबाव लगातार बढ़ रहा है। पश्चिमी देशों में भी इस्राइल की नीतियों को लेकर आलोचना बढ़ी है।फ्रांस का यह फैसला इस्राइल के लिए राजनयिक स्तर पर बड़ा झटका माना जा रहा है। France | gaza | israel gaza conflict | Palestine
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