नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम की घोषणा के बाद लोगों में खुशी का माहौल है। हमास ने तीन इजराइली बंधकों को रिहा किया जबकि इजराइल ने 90 फिलिस्तीनी बंधकों को रिहा किया। आपको बता दें कि इजराइल ने रामल्लाह जेल में बंद फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा कर दिया है।
इन कैदियों में प्रमुख फिलिस्तीनी संगठनों के कार्यकर्ता, आतंकवादी और बच्चे शामिल हैं। जब इजराइल ने फिलिस्तीनी बंधकों को रिहा किया तो जेल के बाहर फिलिस्तीनी लोगों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने रिहा हुए बंधकों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
इन सभी फिलिस्तीनी कैदियों को इज़रायली सेना ने मारपीट और हत्या के प्रयास के गंभीर आरोपों में हिरासत में लिया था। वहीं दूसरी ओर फिलिस्तीनियों का कहना था कि इज़रायल ने जानबूझकर कैदियों की रिहाई में देरी की है, वे हमारे जश्न को दबाना चाहते थे, हालांकि ये आरोप भी निराधार थे क्योंकि इज़रायली सेना ने सार्वजनिक तौर पर जश्न मनाने से मना कर दिया था।
कौन रिहा हुआ?
आपको बता दें कि इजराइल द्वारा रिहा किए गए लोगों में कई फिलिस्तीनी हस्तियां हैं और कई बड़े संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हैं। इसमें प्रमुख फिलिस्तीनी वामपंथी समूह पॉपुलर फ्रंट फॉर लिबरेशन ऑफ फिलिस्तीन की प्रमुख 62 वर्षीय खालिदा जर्रारा भी शामिल हैं। उन्हें दिसंबर 2023 में हिरासत में लिया गया था। इसके अलावा हमास के पदाधिकारी सालेह अरोड़ा की बहन दलाल खासिब और नेता अहमद सआदत की पत्नी अबला अब्देल रसूल भी शामिल हैं।
एक बार पहले भी हो चुका है युद्ध विराम
यहां चौंकाने वाली बात यह है कि इजराइल और हमास के बीच एक बार पहले भी युद्ध विराम हो चुका है। नवंबर 2023 में ही एक सप्ताह तक चले युद्ध विराम के दौरान 100 से अधिक कैदियों को रिहा किया गया था। इजराइल डिफेंस फोर्स के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हैगरी ने बताया कि ये तीनों महिलाएं 471 दिनों के बाद हमास की कैद से वापस लौटी हैं और उन्हें और उनके परिवारों को बधाई दी गई।