गाजा, आईएएनएस।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों और चिकित्सा सूत्रों के अनुसार, इजरायली सेना ने रविवार को गाजा पट्टी में चार फिलिस्तीनियों को मार डाला। गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों ने एक प्रेस वक्तव्य में कहा, "इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के उत्तर में बेत हनौन शहर में स्थानीय लोगों के एक समूह पर सैन्य ड्रोन से हमला किया। इसमें दो फिलिस्तीनियों की मौत हो गई।" समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सेना ने एक प्रेस वक्तव्य में कहा कि उसके सैन्य बलों ने उत्तरी गाजा में सैन्य ठिकानों के पास "संदिग्ध गतिविधियों" में लिप्त कई व्यक्तियों को देखा था। उन्होने आरोप लगाया कि वे एक विस्फोटक उपकरण लगा रहे थे।
'इजरायल ने "खतरे को खत्म करने" के लिए हमला किया'
वक्तव्य में कहा गया कि इजरायली वायु सेना ने "खतरे को खत्म करने" के लिए हमला किया और इजरायली सैनिकों और नागरिकों के लिए किसी भी संभावित खतरे को दूर करने के लिए सेना की प्रतिबद्धता को दोहराया। इस बीच, स्थानीय स्रोतों और प्रत्यक्षदर्शियों ने हवाई हमलों के कारण बेत हनौन के पूर्वी क्षेत्रों से सैकड़ों परिवारों के सामूहिक विस्थापन की सूचना दी। गाजा स्थित स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, एक अलग घटना में, दक्षिणी गाजा में खान यूनिस के पूर्व में अल-फराहिन शहर पर इजरायली बमबारी के बाद चिकित्सा टीमों ने एक महिला का शव बरामद किया और दो घायल लोगों का इलाज किया। खान यूनिस और राफा में हुई घटनाओं पर इजरायली सेना ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
युद्ध विराम प्रस्ताव स्वीकारने को हमास ने बताया था चाल
हमास ने अस्थायी युद्ध विराम के अमेरिकी प्रस्ताव को स्वाकारने के लिए इजरायल की आलोचना की। फिलिस्तीनी ग्रुप के मुताबिक यहूदी राष्ट्र का यह कदम गाजा युद्ध विराम समझौते के दूसरे चरण के लिए वार्ता को टालने की कोशिश है इससे पहले इजरायल ने घोषणा की कि वह संघर्ष विराम के पहले चरण को रमजान और पासओवर (यहूदी त्योहार) या 20 अप्रैल तक बढ़ाने के प्रस्ताव का समर्थन करता है। उसने कहा कि यह प्रस्ताव ट्रंप प्रशासन के मध्यपूर्व दूत स्टीव विटकॉफ की ओर से आया है। इजरायल ने न सिर्फ अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, बल्कि गाजा में सभी वस्तुओं की सप्लाई रोकने का भी फैसला किया है।
युद्ध विराम समझौते का पालन करने पर छूटेंगे बंधक
हमास ने एक बयान में कहा, "हम हस्ताक्षरित समझौते को इसके तीन चरणों में लागू करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं, हमने समझौते के दूसरे चरण पर बातचीत शुरू करने के लिए अपनी तत्परता की बार-बार घोषणा की है।" बयान में कहा गया, "हम इस बात पर जोर देते हैं कि इजरायली बंधकों को वापस पाने का एकमात्र तरीका (युद्धविराम) - समझौते का पालन करना, दूसरे चरण को लागू करने के लिए तुरंत बातचीत शुरू करना और इजरायल द्वारा अपनी जिम्मेदारियों को लेकर प्रतिबद्ध होना है।"
मानवीय सहायता रोकना समझौते का उल्लंघन
हमास ने कहा कि गाजा में मानवीय सहायता को रोकने का नेतन्याहू का फैसला "सस्ता ब्लैकमेल, युद्ध अपराध और समझौते के खिलाफ एक जबरदस्त उल्लंघन है।" फिलिस्तीनी ग्रुप ने कहा, "मध्यस्थों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इजरायल पर दबाव बनाने और गाजा पट्टी में 2 मिलियन से अधिक लोगों के खिलाफ़ उसके दंडात्मक और अनैतिक उपायों को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।" इससे पहले इजरायल ने रविवार घोषणा की कि वह गाजा पट्टी में सभी वस्तुओं की आपूर्ति पर रोक लगा रहा है।
इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय का बयान
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान में कहा गया, "बंधक समझौते के पहले चरण की समाप्ति और वार्ता जारी रखने के लिए विटकॉफ प्रस्ताव (जिस पर इजरायल सहमत है) को स्वीकार करने से हमास के इनकार के बाद प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने फैसला किया कि गाजा पट्टी में सभी सामानों और आपूर्ति का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा।"
दूसरे चरण के विराम पर बातचीत बाकी
इजरायल-हमास युद्ध विराम का पहला चरण, शनिवार को समाप्त हो गया। दोनों पक्षों के बीच अभी दूसरे चरण पर बातचीत होनी बाकी है, जिसमें इजरायल का गाजा से पूरी तरह से हटना, स्थायी युद्ध विराम लागू होना और हमास को शेष बंधकों को रिहा करना शामिल है। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर बड़ा हमला किया था। हमास के सदस्यों ने करीब 12,00 लोगों को मार दिया और 251 लोगों को बंधक बना लिया।
इजरायल के हमले से गाजा में बड़ी तबाही
इसके बाद इजरायल ने हमास के नियंत्रण वाली गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए। इजरायल के हमले में 48 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की मौत हो गई। संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि इजरायल के हमलों से गाजा की लगभग दो-तिहाई इमारतें क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गईं।