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Hong Kong की बहुमंजिला इमारत में लगी आग में 44 की मौत, 279 लोग लापता

हांगकांग के ताई पो इलाके में वांग फुक कोर्ट नामक 8-मंजिला आवासीय परिसर में भीषण आग लगने से कम से कम 44 लोगों की मौत हो गई और 45 लोग झुलस गए। 279 लोग अब भी लापता हैं।

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Ranjana Sharma
priyanka 8 (11)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्‍क:  हांगकांग की एक 8 मंजिला इमारत में आग लगने के बाद भारी तबाही मची है। हांगकांग पुलिस फोर्स ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि हांगकांग के ताइपो स्थित एक रिहायशी इलाके वांग फक कोर्ट में आग लगने से 44 लोगों की मौत हो गई और 45 अन्य झुलस गए। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।

तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया

सिन्हुआ न्यूज एजेंसी ने हांगकांग पुलिस फोर्स के हवाले से बताया कि तीन लोगों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया है। हांगकांग के चीफ एग्जीक्यूटिव जॉन ली ने कहा कि फायरफाइटर्स की लगातार कोशिशों के बाद वांग फुक कोर्ट में लगी आग पर धीरे-धीरे काबू पा लिया गया है। एग्जीक्यूटिव ली ने बताया कि करीब 279 लोग अभी भी लापता हैं। 29 लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं, जिनमें से सात की हालत गंभीर है। ली ने जोर देकर कहा कि सरकार की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन में पूरी मदद मिल रही है। उन्होंने डिपार्टमेंट्स और यूनिट्स को आग बुझाने, फंसे हुए लोगों को बचाने, घायलों का इलाज करने, परिवारों को मदद और इमोशनल सपोर्ट देने, और हादसे की पूरी जांच करने सहित बड़े पैमाने पर काम करने का निर्देश दिया है।

आग ने सात बिल्डिंग को अपनी चपेट में लिया

फायर सेवा विभाग को बुधवार को स्थानीय समय के हिसाब से दोपहर करीब 2:51 बजे हादसे की जानकारी दी गई। भयंकर आग की वजह से विभाग ने स्थानीय समयानुसार शाम 6:22 बजे अलर्ट को नंबर 5 अलार्म फायर तक बढ़ा दिया। रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी है। वांग फुक कोर्ट में आठ रेजिडेंशियल बिल्डिंग हैं, और आग ने सात बिल्डिंग को अपनी चपेट में ले लिया है। हांगकांग हॉस्पिटल अथॉरिटी ने अपने मेजर इंसिडेंट कंट्रोल सेंटर को सक्रिय कर दिया है।ए एजुकेशन ब्यूरो ने प्रभावित छात्रों को सही मदद देने के लिए एजुकेशनल साइकोलॉजिस्ट और संबंधित स्टाफ को अस्थायी आश्रय घरों में भेजा है। इसके अलावा, वहां के कई स्कूल गुरुवार को बंद रहेंगे। ताई पो केयर टीम के सदस्य और जिला काउंसलर लैम यिक कुएन ने कहा कि कई संगठनों और लोगों ने अपनी मर्जी से मानवीय मदद की है। इससे मुश्किल समय में एकजुटता और आपसी देखभाल दिखाई देती है।

इनपुुट-आईएएनएस

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