सना, वाईबीएन डेस्क : यमन के हूती विद्रोही समूह ने गुरुवार रात इजरायल के खिलाफ हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी, जिसके बाद तेल अवीव के बेन गुरियन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर हवाई यातायात को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा। हमले के बाद हजारों इजरायली नागरिकों को सुरक्षित स्थानों में शरण लेनी पड़ी। हूती प्रवक्ता याह्या सरिया ने शुक्रवार को हूतियों द्वारा संचालित अल-मसीरा टीवी पर बयान जारी कर कहा कि मिसाइल को दक्षिणी तेल अवीव के जाफा इलाके में एक 'संवेदनशील लक्ष्य' की ओर दागा गया था। उन्होंने कहा कि यह हमला गाजा पर इजरायली हमलों और यमन की राजधानी सना पर हाल ही में हुए हवाई हमले के जवाब में किया गया।
यमन से दागी गई मिसाइल को इजरायल की हवाई रक्षा प्रणाली ने रोका
इससे पहले गुरुवार शाम इजरायली वायु सेना ने सना में कई हूती ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 8 लोगों की मौत और 142 लोग घायल हो गए थे। इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस कार्रवाई को 25 सितंबर को दक्षिणी शहर ईलात पर हूती ड्रोन हमले का जवाब बताया, जिसमें 20 लोग घायल हुए थे। आईडीएफ ने दावा किया कि यमन से दागी गई मिसाइल को इजरायल की हवाई रक्षा प्रणाली ने बीच में ही रोक दिया। इजरायल के सरकारी प्रसारक 'कान' के अनुसार, ईलात पर हुआ ड्रोन हमला यहूदी नववर्ष रोश हशाना के दौरान हुआ, जब क्षेत्र में भारी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। ड्रोन एक समुद्र तटीय परिसर में विस्फोट हुआ था, जिसे रोकने के प्रयास विफल रहे थे।
सैन्य जहाजों को हूती बलों को अपनी पहचान देनी होगी
हूती प्रवक्ता सरिया ने यह भी चेतावनी दी कि बाब अल-मंडेब जलडमरूमध्य और लाल सागर से गुजरने वाले सभी वाणिज्यिक व सैन्य जहाजों को हूती बलों को अपनी पहचान देनी होगी, अन्यथा उन पर हमला किया जाएगा। बता दें कि नवंबर 2023 से हूती विद्रोही इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहे हैं, साथ ही लाल सागर में इजरायल से जुड़े जहाजों को भी निशाना बना रहे हैं। हूतियों का नियंत्रण यमन की राजधानी सना सहित उत्तरी यमन के बड़े हिस्से पर बना हुआ है।