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india pakistan relations Photograph: (Social media)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्कः ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने पहली बार पाकिस्तान से संपर्क साधा है। पाकिस्तानी मीडिया की खबरों के मुताबिक नई दिल्ली ने सिंधु जल संधि के तहत पड़ोसी देश को संभावित बाढ़ की जानकारी साझा की है।
द न्यूज इंटरनेशनल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत ने तवी नदी में संभावित भीषण बाढ़ को लेकर पाकिस्तान को चेतावनी दी। इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग ने कथित तौर पर 24 अगस्त की सुबह यह अलर्ट दिया।
हालांकि, नई दिल्ली या इस्लामाबाद की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई।
रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अलर्ट के आधार पर पाकिस्तानी अधिकारियों ने चेतावनी जारी की।
बता दें भारत पाकिस्तान के बीच अप्रैल में तनाव शिखर पर पहुंच गया जब पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाकर सटीक हवाई हमले किए गए।
क्या है सिंधु संधि?
सिंधु जल संधि सिंधु नदी बेसिन में बहने वाली नदियों के पानी से जुड़ा है। पानी का बंटवारा सिंधु जल संधि के तहत होता है। विश्व बैंक की मध्यस्थता में सितंबर 1960 में इस पर भारत-पाकिस्तान ने हस्ताक्षर किए थे।
इस समझौते के तहत सिंधु और उसकी सहायक नदियों को दोनों देशों के बीच विभाजित कर दिया गया। भारत को तीन पूर्वी नदियों - सतलुज, ब्यास और रावी - के पानी का उपयोग करने की अनुमति दी गई, जबकि पाकिस्तान को तीन पश्चिमी नदियों - सिंधु, झेलम और चिनाब - का अधिकांश हिस्सा दिया गया।
भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्ते और दोनों देशों के बीच तीन युद्धों के बावजूद यह संधि जारी रही लेकिन भारत ने अप्रैल में बड़ा कदम उठाते हुए इसे स्थगित कर दिया। इसका कारण सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान का समर्थन था।
वहीं पाकिस्तान ने बार-बार चेतावनी दी है कि पानी रोकने के लिए किसी भी तरह का हस्तक्षेप युद्ध की कार्रवाई माना जाएगा। हाल ही में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा था कि भारत को पाकिस्तान के पानी की 'एक बूँद' भी नहीं छीनने दी जाएगी।