अमेरिका, वाईबीएन नेटवर्क।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए अमेरिका गए थे, जहां उन्होंने अमेरिका के नए विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की। यह मुलाकात ट्रंप सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान भारत और अमेरिका के बीच पहली द्विपक्षीय बैठक है।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर यह जानकारी दी। उन्होंने लिखा:
"विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद मार्को रुबियो से मिलना खुशी की बात थी। हमने अपने दोनों देशों के बीच साझेदारी पर चर्चा की, जिसके वे प्रबल समर्थक रहे हैं।"
"इस बातचीत में, हमने क्षेत्रीय और व्यापक वैश्विक मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।"
भारतीय विदेश मंत्री ने भविष्य में रणनीतिक सहयोग पर नए अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ मिलकर काम करने की आशा व्यक्त की है।
मार्को रुबियो ने क्या कहा?
इस बैठक के बाद मार्को रुबियो ने ब्रिटिशों के अवैध प्रवेश का मुद्दा भी उठाया। बैठक के बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा:
"अपने भारतीय समकक्ष के साथ बैठक में विदेश मंत्री रुबियो ने अनियमित प्रवास के मुद्दे पर मिलकर काम करने की इच्छा व्यक्त की।"
ट्रम्प प्रशासन में विदेश विभाग के प्रवक्ता टोनी ब्रूस ने कहा:
"रूबियो ने आर्थिक संबंधों को आगे बढ़ाने और अनियमित प्रवास से संबंधित चिंताओं को दूर करने के लिए भारत के साथ काम करने की ट्रम्प प्रशासन की इच्छा पर भी प्रकाश डाला।"
अमेरिकी विदेश मंत्री से मुलाकात से पहले एस जयशंकर ने अमेरिका के नए सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज से भी मुलाकात की, माइक वाल्ट्ज से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा:
"इस बैठक में हमने अपनी मित्रता को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की है, ताकि दोनों देशों के पारस्परिक लाभ और भू-राजनीतिक स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाया जा सके।"
"हम सकारात्मक और ठोस परिणाम प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं।"