लाहौर, वाईबीएन नेटवर्क।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में श्री कटास राज मंदिर में धार्मिक उत्सव में भाग लेने के लिए भारत से 100 से अधिक हिंदू तीर्थयात्री सोमवार को लाहौर पहुंचे। इवेक्यू ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड (ईटीपीबी) के प्रवक्ता गुलाम मोहयुद्दीन ने एक समाचार एजेंसी से कहा, ‘महाशिवरात्रि के अवसर पर श्री कटास राज में धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए भारत से 109 हिंदू तीर्थयात्रियों का एक समूह वाघा बॉर्डर के रास्ते लाहौर पहुंचा। पाकिस्तान और भारत के बीच धार्मिक स्थलों की यात्रा के लिए एक द्विपक्षीय समझौता है, जिसके तहत भारत से सिख और हिंदू तीर्थयात्री प्रतिवर्ष पाकिस्तान जाते हैं। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान के तीर्थयात्री भी इसी समझौते के तहत हर साल भारत आते हैं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सिख समुदाय के लोग स्वर्णमंदिर के दर्शन करते हैं। पाकिस्तान के तीर्थयात्री अजमेर में ख्वाजाजी की दरगाह के दर्शन भी करते हैं।
मंदिर समिति ने किया तीर्थ यात्रियों का स्वागत
उन्होंने कहा कि त्रिलोक चंद और रघुकांत के नेतृत्व में आए तीर्थयात्रियों का ईटीपीबी के अतिरिक्त सचिव (श्राइन) सैफुल्ला खोखर, उप सचिव उमर जावेद अवान, पाकिस्तान हिंदू मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों, वरिष्ठ अधिकारियों और स्थानीय हिंदू नेताओं ने सीमा पर गर्मजोशी से स्वागत किया। मोहयुद्दीन ने कहा, हिंदू तीर्थयात्री दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और राजस्थान से अपने पवित्र स्थलों के दर्शन के लिए यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रा की व्यवस्था धार्मिक मामलों के संघीय मंत्रालय और ईटीपीबी के अध्यक्ष सैयद अताउर रहमान के विशेष निर्देशों के तहत की गई है।
ईटीपीबी करता है मंदिरों का प्रबंधन
इस संबंध में ईटीपीबी के अतिरिक्त सचिव (श्राइन) सैफुल्ला खोखर केअनुसार, ईटीपीबी एक वैधानिक बोर्ड है, जो विभाजन के बाद भारत आ गए हिंदुओं और सिखों की धार्मिक संपत्तियों और मंदिरों का प्रबंधन करता है। स्वागत के दौरान उन्हें फूलों की माला पहनाईं। साथ ही भारत से पाकिस्तान पहुंचे यात्रियों ने भी खुशी व्यक्त की। खोखर ने कहा कि हिंदू तीर्थयात्री अपने 7 दिन के प्रवास के दौरान लाहौर में अन्य मंदिरों के भी दर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्सव में भाग लेने के लिए बुधवार सुबह कटास राज मंदिरों के लिए रवाना होने से पहले हिंदू तीर्थयात्रियों का लाहौर के गुरुद्वारा डेरा साहिब में रुकने का कार्यक्रम है। दो दिवसीय कार्यक्रम 21 दिसंबर को कटास राज के 17 मंदिरों में शुरू होगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय हिंदू भी 'दीप माला' उत्सव में उनके साथ शामिल होंगे। शनिवार को तीर्थयात्री लाहौर लौटेंगे, जहां वे कृष्ण मंदिर के दर्शन करेंगे।