/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/17/court-simbolic-image-2025-09-17-16-31-12.jpg)
तेहरान, वाईबीएन न्यूज। ईरान ने बुधवार सुबह एक व्यक्ति को इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी करने के आरोप में फांसी दे दी। फांसी पाए शख्स की पहचान 44 वर्षीय बाबाक शाहबाजी (44 वर्ष) के रूप में हुई है।बाबाक शहबाजी, रहमुल्लाह का पुत्र था।
शहबाजी ने पैसे के लिए जासूसी की: मिजान
ईरान की न्यायपालिका की समाचार एजेंसी मिजान ने दावा किया कि शाहबाजी ने पैसे और किसी तीसरे देश की नागरिकता के बदले संवेदनशील डेटा केंद्रों की जानकारी मोसाद को बेच दी। शाहबाजी इंडस्ट्रियल कूलिंग सिस्टम के डिजाइन और स्थापना के ठेकेदार के तौर पर दूरसंचार, सैन्य और सुरक्षा संगठनों से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करता था, जिससे उसे अहम जानकारी तक पहुंच मिली।
6 जनवरी को गिरफ्तार हुआ था शहबाजी
मीडियारिपोर्ट्स के मुताबिक, शाहबाजी को 6 जनवरी 2024 को गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के दौरान उसने खुद पर लगे आरोप कबूल किए। हालांकि, मानवाधिकार संगठन ईरान ह्यूमन राइट्स का कहना है कि उसे सात महीने तक एकांत कारावास में रखा गया और उसकी 16 वर्षीय बेटी को गिरफ्तार करने की धमकी देकर कैमरे के सामने बयान दिलवाया गया।
जानें शहबाजी की बेटी ने क्या कहा
फांसी से एक दिन पहले शाहबाजी की बेटी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा था, “मेरे पिता निर्दोष हैं।” उसने आरोप लगाया कि उनके पिता को मजबूरन दोषी ठहराया गया।मिजान के अनुसार, शाहबाजी की मुलाकात 2021 के अंत में एस्माईल फेकरी से हुई थी, जिसे इस साल जून में इजरायल की जासूसी के आरोप में फांसी दी गई थी। शाहबाजी ने उसे भी प्रोजेक्ट्स में शामिल किया था।
मानवाधिकार संगठन का विरोध
मानवाधिकार संगठन का कहना है कि शाहबाजी का असली अपराध केवल यह था कि उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को रूस के खिलाफ मदद की पेशकश की थी, जिसे बाद में इजरायल के लिए जासूसी के रूप में प्रस्तुत किया गया।
Iran Israel conflict 2025
Input: IANS