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Photograph: (IANS)
नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क: इजरायल के साथ 12 दिनों तक चले संघर्ष और उसके बाद लागू हुए संघर्षविराम के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने पहली बार बयान आया है। इस बयान में उन्होंने अमेरिका और इजरायल दोनों पर तीखा हमला बोला है और इस युद्ध में ईरान की "जीत" बताया है। खामेनेई ने कहा कि हमने अमेरिका के चेहरे पर जोरदार तमाचा मारा है। उन्होंने ईरान को बधाई देते हुए इजरायल को 'झूठा जायोनी शासन' कहकर उसकी पराजय का दावा किया। उन्होंने आगे कहा कि इस्लामी गणराज्य की कार्रवाइयों से इजरायल लगभग ध्वस्त हो गया है।
Ayatollah Khamenei:
— Daily Iran Military (@IRIran_Military) June 26, 2025
The Iranian nation is a great and noble people, with cultural and civilizational wealth that surpasses that of the United States and similar countries by hundreds of times. Anyone who expects Iran to surrender to another nation is speaking nonsense. The… pic.twitter.com/Ysd7G4IX5A
अमेरिका को इस युद्ध से कुछ हासिल नहीं हुआ
ईरानी समाचार एजेंसी इरना के अनुसार खामेनेई ने कहा कि अमेरिका इसलिए इस संघर्ष में शामिल हुआ क्योंकि उसे डर था कि अगर वह हस्तक्षेप नहीं करता तो इजरायल पूरी तरह नष्ट हो सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को इस युद्ध से कुछ हासिल नहीं हुआ है।खामेनेई ने यह भी दावा किया कि ईरान ने खाड़ी क्षेत्र में अमेरिका के अल-उदीद एयरबेस पर हमला किया जिससे अमेरिकी सैन्य ढांचे को नुकसान पहुंचा। उन्होंने इसे अमेरिका के लिए 'जोरदार तमाचा' बताया।
ईरान किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगा
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने अपने हालिया बयान में ईरानी राष्ट्र की महानता और आत्मसम्मान को रेखांकित करते हुए कहा कि ईरान एक महान और नेक राष्ट्र है जिसकी सांस्कृतिक और सभ्यतागत विरासत अमेरिका जैसे देशों की तुलना में सैकड़ों गुना अधिक है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जो भी यह सोचता है कि ईरान किसी बाहरी दबाव या ताकत के आगे झुक जाएगा या आत्मसमर्पण करेगा वह पूरी तरह भ्रमित हैंं। खामेनेई ने कहा कि ईरानी राष्ट्र को न केवल सम्मान और गौरव के साथ देखा जाता है, बल्कि यह हमेशा अपने सिद्धांतों और आत्मसम्मान के साथ खड़ा रहा है और आगे भी खड़ा रहेगा। Ayatollah Ali Khamenei | iran israel