नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार को संकेत दिए कि गाजा पर सैन्य कार्रवाई और कड़ी हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, नेतन्याहू गाजा पर पूर्ण नियंत्रण की योजना पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। इसी को लेकर उन्होंने सुरक्षा कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई, जिसमें युद्ध के अगले चरण पर चर्चा हुई, हालांकि आधिकारिक घोषणा नहीं की गई। बताया जा रहा है कि इजरायल में ही नेतन्याहू के इस रुख के विरोध के कारण घोषणा अटकी हुई है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि गाजा पर दोबारा कब्जे का निर्णय इजरायल की संप्रभुता पर निर्भर है।
बंधकों के वीडियो के बाद बढ़ी सख्ती
गाजा में इजरायली बंधकों की स्थिति का एक वीडियो सामने आने के बाद देश में आक्रोश फैल गया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायली नेतृत्व अब गाजा के उन 25% हिस्सों पर भी सैन्य नियंत्रण चाहता है, जो अभी हमास के कब्जे में हैं। मंगलवार को नेतन्याहू ने तीन घंटे तक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के साथ इस पर चर्चा की। कैबिनेट गुरुवार को इस नई सैन्य रणनीति पर निर्णय ले सकती है। यदि योजना पास होती है, तो गाजा पर पूर्ण कब्जे की दिशा में इजरायल का यह सबसे बड़ा कदम होगा।
हमास और फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने जताई कड़ी आपत्ति
गाजा पर कब्जे की खबरों के बाद हमास और फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। हमास के वरिष्ठ नेता हुसम बदरान ने कहा कि वे अपने रुख से पीछे नहीं हटेंगे और युद्धविराम की शर्तें अब इजरायल और अमेरिका के पाले में हैं। हमास ने दोहराया कि वह युद्ध और अकाल दोनों को समाप्त करना चाहता है।
नेतन्याहू के तीन बड़े उद्देश्य
अपने हालिया बयान में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि गाजा युद्ध के तीन मुख्य उद्देश्य हैं:
1. हमास का पूरी तरह सफाया करना
2. बंधकों की सुरक्षित रिहाई
3. गाजा से भविष्य के खतरों को हमेशा के लिए खत्म करना
सेना और नेतन्याहू के बीच मतभेद
इजरायली मीडिया के अनुसार, गाजा पर पूर्ण कब्जे को लेकर नेतन्याहू और आर्मी चीफ लेफ्टिनेंट जनरल ईयाल जामिर के बीच मतभेद हैं। नेतन्याहू जहां इस कदम के पक्ष में हैं, वहीं जामिर इसे अव्यवहारिक मानते हैं। यदि सरकार यह फैसला लेती है, तो जामिर के इस्तीफे या हटाए जाने की संभावना भी जताई जा रही है।
पूर्व सैन्य अधिकारियों का विरोध
पूर्व प्रधानमंत्री एहुद बराक, शिन बेट, मोसाद, और सेना के पूर्व प्रमुखों ने एक वीडियो जारी कर सरकारी नीतियों की आलोचना की है। पूर्व शिन बेट प्रमुख योरम कोहेन ने कहा- अगर कोई सोचता है कि हम हर सुरंग, हर आतंकवादी तक पहुंच सकते हैं और साथ ही बंधकों को भी सुरक्षित निकाल सकते हैं, तो यह सिर्फ एक भ्रम है।
गाजा में भूख, गोलियां और मौत
गाजा के मोराग कॉरिडोर और तेइना क्षेत्रों में सहायता पाने के लिए इकट्ठा हुए नागरिकों पर मंगलवार को गोलीबारी हुई, जिसमें कम से कम 45 लोग मारे गए। स्थानीय अस्पतालों – अल-अवदा और नासर – ने इसकी पुष्टि की है।स्थानीय नागरिक सामी अराफात ने बताया- हमारे पास न तो कोई छत है, न ही मलबे से भरे इलाकों में छिपने की जगह। हर तरफ चीख-पुकार मची है। israel gaza conflict | benjamin netanyahu | gaza | donald trump