नई दिल्ली, वाईबीएन नेटवर्क।
ललित मोदी ने वानुआतु देश की नागरिकता हासिल की थी। लेकिन अब उन्हें झटका लगा है। वानुआतु के पीएम जोथम नापत ने सोमवार को नागरिकता आयोग को निर्देश दिया है। इंडियन प्रीमियर लीग के फाउंडर ललित मोदी के लिए नई मुसीबत खड़ी करते हुए वानुअआतु सरकार ने उन्हें जारी किए गए पासपोर्ट को रद्द करने का फैसला किया है। सरकार का कहना है कि प्रत्यर्पण से बचने की कोशिश की वजह से दक्षिण प्रशांत महासागर के इस देश में नागरिकता पाने के लिए ललित मोदी के पास वैध कारण नहीं हैं।
ललित मोदी पर वित्तीय गड़बड़ी के आरोप
ललित मोदी कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए भारत में वॉन्टेड है। वानुआतु के प्रधानमंत्री जोथम नापत ने देश के नागरिकता आयोग से ललित मोदी को जारी पासपोर्ट रद्द करने को कहा है। पीएम ने कहा कि उनके आवेदन के दौरान इंटरपोल स्क्रीनिंग सहित सभी मानक जांचों में कोई आपराधिक दोष सिद्ध नहीं हुआ, मुझे पिछले 24 घंटों में पता चला है कि इंटरपोल ने दो बार मोदी पर अलर्ट नोटिस जारी करने के भारतीय अधिकारियों के अनुरोध को सबूत की कमी के कारण खारिज कर दिया है। इस तरह के किसी भी अलर्ट से मोदी के नागरिकता आवेदन को स्वतः ही अस्वीकार कर दिया जाता।
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वानुआतु ने इस मामले पर क्या कुछ कहा
इस बात पर जोर दिया कि वानुआतु का पासपोर्ट रखना एक विशेषाधिकार है। आवेदकों को वैध कारणों से नागरिकता लेनी चाहिए। बयान में कहा गया है कि वानुआतु सरकार ने पिछले चार वर्षों में निवेश कार्यक्रम द्वारा अपनी नागरिकता के उचित पहलू को काफी मजबूत किया है। पीएम कार्यालय ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप वानुआतु वित्तीय खुफिया यूनिट द्वारा की गई बढ़ी हुई जांच में विफल होने वाले आवेदनों में बढ़ोतरी हुई है। कई साल पहले लागू की गई बेहतर प्रक्रिया में इंटरपोल सत्यापन सहित ट्रिपल-एजेंसी जांच शामिल है।
भारतीय पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए किया आवेदन
विदेश मंत्रालय ने हाल ही में पुष्टि की है कि ललित मोदी ने अपना भारतीय पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "उन्होंने लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में अपना पासपोर्ट सरेंडर करने के लिए आवेदन किया है। इसकी जांच मौजूदा नियमों और प्रक्रियाओं के आलोक में की जाएगी हमें यह भी बताया गया है कि उन्होंने वानुआतु की नागरिकता हासिल कर ली है। हम कानून के तहत उनके खिलाफ मामले को आगे बढ़ा रहे हैं." ललित मोदी ने 2010 में भारत छोड़ दिया था। आईपीएल में अपने कार्यकाल के दौरान करोड़ों के गबन में शामिल होने के आरोपों के सिलसिले में ललित मोदी भारत में वॉन्टडे है।