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बामको, वाईबीएन डेस्क। वेस्टर्न अफ्रीकी देश माली के कायेस शहर में स्थित सरकारी डायमंड सीमेंट फैक्ट्री पर कुछ सशस्त्र हमलावरों ने धावा बोल दिया और वहां कार्यरत तीन भारतीयों का अपहरण कर लिया। इस घटना ने भारत सरकार को गहन चिंता में डाल दिया है। यह घटना ऐसे समय हुई, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अफ्रीकी देशों की यात्रा पर हैं और उन्हें घाना में सर्वोच्च सम्मान भी दिया गया है।
शीघ्र रिहाई की अपील
भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया है कि एक जुलाई को माली के कायेस स्थित डायमंड सीमेंट फैक्ट्री में कुछ सशस्त्र हमलावरों ने वहां कार्यरत तीन भारतीय नागरिकों को अगवा कर लिया है। य़ह घटना एक जुलाई की है, भारत के विदेश मंत्रालय ने घटना को निंदनीय बताते हुए माली सरकार से अपहृत भारतीयों की सुरक्षित रिहाई की डिमांड की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया है कि एक जुलाई को माली के कायेस स्थित डायमंड सीमेंट फैक्ट्री में कुछ सशस्त्र हमलावरों ने वहां कार्यरत तीन भारतीय नागरिकों को अगवा कर लिया है।
जमात नुसरत अल-इस्लामी नेमाली का हाथ होने की संभावना
फिलहाल अपहरण की जिम्मेदारी किसी संगठन अथवा व्यक्ति ने नहीं ली है। इससे पहले अल-कायदा से संबद्ध जमात नुसरत अल-इस्लामी नेमाली में हुए समन्वित हमलोंकी जिम्मेदारी ली है।माना जा रहाहै कि इस अपहरण की घटना के पीछे भी इसी ग्रुप का हाथ हो सकता है। माली में वर्ष 20212 से इस्लामी उग्रवादऔर तुआरेग विद्रोह के कारण अस्थिरता है और हाल ही में आतंकवादी हमलों में वृद्धि देखी गई है।
कानूनी एजेंसियों और फैक्ट्री प्रबंधन के साथ संपर्क
विदेश मंत्रालय ने बताया है कि माली की राजधानी बमाको स्थित भारतीय दूतावास स्थानीय प्रशासन, कानूनी एजेंसियों और फैक्ट्री प्रबंधन के साथ लगातार संपर्क में है। अगवा भारतीयों के परिवारों को भी हर स्थिति से अवगत कराया जा रहा है। भारत सरकार ने इस घटना की निंदा की है और माली सरकार से भारतीयों की रिहाई के हरसंभव प्रयास करने की अपील की है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह प्रभावित भारतीयों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगा और अगवा भारतीय नागरिकों की जल्द से जल्द सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। विदेश मंत्रालय ने माली में रह रहे अन्य भारतीयों को भी सतर्क रहने, सावधानी बरतने और दूतावास से नियमित संपर्क में रहने की सलाह दी है।