/young-bharat-news/media/media_files/2025/07/22/britain-f35-fighter-jet-2025-07-22-13-59-30.jpg)
Photograph: (Google)
एस्टोनिया, वाईबीएन न्यूज। रूस के तीन MiG-31 फाइटर जेट ने एस्टोनिया के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की। ये विमान गल्फ ऑफ फिनलैंड के ऊपर करीब 12 मिनट तक बिना अनुमति के एस्टोनिया की सीमा में रहे। ANI की रिपोर्ट के मुताबिक नाटो के Eastern Sentry ऑपरेशन के तहत एस्टोनिया में तैनात इटैलियन F-35 जेट, साथ ही स्वीडन और फिनलैंड के विमानों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए रूसी जेट्स को खदेड़ा। एस्टोनिया के प्रधानमंत्री क्रिसेन मिखाल ने कहा कि रूसी विमानों को "भागने पर मजबूर कर दिया गया।"
नाटो आर्टिकल 4 के तहत बैठक
एस्टोनिया ने इस घटना को "पूरी तरह अस्वीकार्य" बताया और नाटो के आर्टिकल 4 के तहत आपात बैठक बुलाने का अनुरोध किया। नाटो प्रवक्ता ने पुष्टि की कि नॉर्थ अटलांटिक काउंसिल अगले हफ्ते इस पर चर्चा करेगी। बता दें कि आर्टिकल 4 के तहत कोई भी सदस्य देश अपनी सुरक्षा या सीमा उल्लंघन पर नाटो परिषद से परामर्श मांग सकता है।
पोलैंड में भी हाल ही में घुसपैठ
पिछले सप्ताह पोलैंड ने भी आर्टिकल 4 का सहारा लिया था, जब रूसी ड्रोन और फाइटर जेट उसकी सीमा में दाखिल हुए थे। इसी दिन पोलैंड के बॉर्डर गार्ड ने रिपोर्ट दी कि दो रूसी लड़ाकू विमानों ने बाल्टिक सागर में एक तेल प्लेटफॉर्म के ऊपर निचली उड़ान भरी।
एस्टोनिया का कड़ा विरोध
एस्टोनिया के विदेश मंत्री मारगुस त्साहकना ने कहा- रूस इस साल अब तक चार बार एस्टोनिया की हवाई सीमा का उल्लंघन कर चुका है। लेकिन तीन फाइटर जेट का एक साथ प्रवेश बेहद खतरनाक और अभूतपूर्व है। रूस की आक्रामकता पर राजनीतिक और आर्थिक दबाव और बढ़ाना होगा।
NATO नेताओं की प्रतिक्रिया
एएनआई के मुताबिक नाटो महासचिव मार्क रुटे ने इस कार्रवाई को "तेज और निर्णायक" बताया। वहीं रोमानिया की विदेश मंत्री ओआना टोइउ ने कहा कि रूस नाटो की एकजुटता तोड़ने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसका नतीजा उल्टा हो रहा है।
russia | Fighter Jets