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काठमांडु, वाईबीएन न्यूज। द काठमांडू पोस्ट के मुताबिक शाम के समय दो और प्रदर्शनकारियों की मौत हो जाने से मरने वालों का आंकड़ा 16 तक पहुंच गया। नेपाल में भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर बैन लगाने से उबले जेनरेजशन- Z के प्रदर्शनकारी अभी भी सड़कों पर डटे हुए हैं। पुलिस बेरिकेडिंग तोड़कर संसद भवन में घुस गए प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए काठमांडू प्रशासन ने पहले कर्फ्यू का ऐलान किया, लेकिन प्रदर्शनकारी शांत नहीं हुए। प्रशासन ने कर्फ्यू वाले इलाकों में देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए लेकिन प्रदर्शनकारी अभी भी डटे हुए हैं।
Two dead in Itahari protests
— The Kathmandu Post (@kathmandupost) September 8, 2025
One killed on site, another dies at hospital in Dharan.https://t.co/yYcUxp2uuW
इस बीच पार्लियामेंट्री कमेटी की आपात बैठक हुई। इस बैठक में सरकार को कहा गया कि प्रदर्शनकारियों से वार्ता करे। इससे पहले राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रदर्शन के दौरान 14 लोगों की मौत पर चिंता जाहिर की है। मानवाधिकार आयोग ने प्रदर्शन के दौरान अत्यधिक बल प्रयोग किए जाने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
National Human Rights Commission urges restraint as 14 dead in Gen Z protests
— The Kathmandu Post (@kathmandupost) September 8, 2025
The commission calls excessive police force regrettable.https://t.co/33ttyqL6cL
"सोशल मीडिया पर बैन मतलब अभिव्यक्ति की आजादी खत्म"
नेपाल के उजियालो रेडियो नेटवर्क के मुताबिक पार्लियामेंटी कमेटी ने नेपाल सरकार से प्रदर्शनकारियों से वार्ता करने के लिए कहा है। बता दें कि नेपाल में सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर पाबंदी लगाए जाने के बाद जेनरेशन- Z के प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं। उनका साफ कहना है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर पाबंदी का मतलब अभिव्यक्ति की आजादी पर कुठाराघात है, इसे वह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। बता दें कि नेपाल में युवाओं की संख्या उसकी कुल आबादी के 42 प्रतिशत से अधिक है।
आन्दोलनरत 'जेन जी' पुस्तासँग वार्ता गर्न सरकारलाई संसदीय समितिकाे निर्देशन https://t.co/mAkYJYMKdn
— Ujyaalo (@Ujyaalo) September 8, 2025
मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई
Curfew imposed in Butwal, Bhairahawa and Itahari amid Gen Z protests
— The Kathmandu Post (@kathmandupost) September 8, 2025
Rupandehi and Sunsari district administrations enforce restrictions in designated areas, banning gatherings, rallies, and sit-ins following intensified demonstrations.https://t.co/Y5jYdB6qgE
नेपाल के इन खास इलाकों लगा है कर्फ्यू
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फिलहाल बानेश्वर के कुछ हिस्सों में प्रदर्शनकारियों के द्वारा तोड़फोड़ किए जाने के बाद कफ्यू लगाया है।प्रदर्शनकारियों ने सरकार पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। इसके साथ ही प्रदर्शनकारी सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स को बैन किए जाने से आहत हैं। कर्फ्यू वाले इलाकों में राष्ट्रपति भवन, शीतल निवास क्षेत्र, महाराजगंज और लैंच्योर स्थित उप- राष्ट्रपति आवास के साथ ही सिंघा दरबार, बालूवाटर स्थित प्रधानमंत्री आवास और आसपास के क्षेत्र शामिल हैं। एजेंसियों का कहना है कि संवेदनशील सरकारी भवनों की सुरक्षा सुनिश्चत करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
फिलहाल रात 10 बजे तक कर्फ्यू का ऐलान
कर्फ्यू का आदेश मुख्य जिलाधिकारी छबिलाल रिजल की ओर से स्थानीय प्रशासन अधिनियम की धारा-6 के अंतर्गत लगाया गया है। फिलहाल सोमवार दोपहर साढ़े 12 बजे से लागू किया गया कर्फ्यू रात 10 बजे तक जारी रहेगा। उसके बाद बाद स्थिति की समीक्षा कर इसके बढ़ाने या स्थगित करने का निर्णय लिया जाएगा। कर्फ्यू के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में लोगों के इकठ्ठा होने के साथ ही प्रदर्शन और मार्च आदि निकालने पर सख्त पाबंदी है।
इन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बैन से बवाल
बता दें कि हजारों की संख्या में जुटे युवा कथित सरकारी भ्रष्टाचार और 26 गैर पंजीकृत सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स पर बैन लगाने से आक्रोशित हैं। बैन किए गए सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स में फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, यूटयूब और स्नैपचैट आदि शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सोशल मीडिया पर बैन उनकी अभिव्यक्ति की आजादी का हनन है।
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