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उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को एक नई विमानभेदी मिसाइल का परीक्षण कर क्षेत्र में सनसनी फैला दी। यह कदम अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त सैन्य अभ्यास के जवाब में उठाया गया है, जिसे प्योंगयांग ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए सीधा खतरा बताया है।
किम जोंग उन की निगरानी में परीक्षण
सरकारी समाचार एजेंसी 'कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी' (केसीएनए) के अनुसार, नेता किम जोंग उन की प्रत्यक्ष निगरानी में गुरुवार को यह परीक्षण किया गया। केसीएनए ने इसे "एक और प्रमुख रक्षा हथियार प्रणाली" के रूप में वर्णित किया, जो उत्तर कोरिया की सैन्य क्षमताओं को मजबूत करने का संकेत देता है। इस साल यह छठा हथियार परीक्षण है, जो उत्तर कोरिया के लगातार सैन्य विकास को दर्शाता है।
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संयुक्त अभ्यास पर तीखी प्रतिक्रिया
यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अपना वार्षिक "फ्रीडम शील्ड कमांड पोस्ट" अभ्यास समाप्त किया। इस अभ्यास में भूमिगत सुरंगों को नष्ट करने का अभ्यास भी शामिल था, जिसे उत्तर कोरिया ने अपने परमाणु हथियारों को नष्ट करने का प्रयास बताया। उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस अभ्यास की कड़ी निंदा की और चेतावनी दी कि यदि इस तरह की "भड़काऊ कार्रवाई" जारी रही, तो उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
क्षेत्रीय तनाव में वृद्धि
अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अपने संयुक्त सैन्य अभ्यास को रक्षात्मक बताया है, लेकिन उत्तर कोरिया इसे अपनी संप्रभुता पर हमला मानता है। उत्तर कोरिया का दावा है कि यह अभ्यास उसके परमाणु हथियारों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है। इस घटनाक्रम ने पहले से ही बढ़े हुए क्षेत्रीय तनाव को और बढ़ा दिया है। विश्लेषकों का मानना है कि यह परीक्षण अमेरिका और दक्षिण कोरिया के लिए एक स्पष्ट चेतावनी है, जो उत्तर कोरिया की सैन्य क्षमताओं को प्रदर्शित करता है और सैन्य टकराव के खतरे को बढ़ाता है।
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अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चिंता
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने उत्तर कोरिया के इस कदम की निंदा की है और उससे संयम बरतने की अपील की है। संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने उत्तर कोरिया से अपने परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को रोकने और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने का आग्रह किया है। हालांकि, उत्तर कोरिया ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के आह्वान को अनसुना कर दिया है और अपनी सैन्य गतिविधियों को जारी रखने का संकल्प लिया है।