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गांधीनगर, वाईबीएन डेस्क: नेपाल में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों और सामाजिक अस्थिरता के बीचगुजरात सरकार ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए वहां फंसे गुजराती नागरिकों की सुरक्षा और सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए कमर कस ली है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने मंगलवार को मीडिया को जानकारी दी कि सीएम भूपेंद्र पटेल नेपाल की स्थिति पर व्यक्तिगत रूप से नजर रख रहे हैं और फंसे हुए नागरिकों को सुरक्षित गुजरात वापस लाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। पटेल ने बताया कि हाल के दिनों में पर्यटन, व्यापार और अन्य निजी कार्यों के सिलसिले में बड़ी संख्या में गुजराती नागरिक नेपाल गए थे। मौजूदा हालात को देखते हुए उनकी सुरक्षा को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह सजग और प्रतिबद्ध है।
गुजराती नागरिकों की करेंगे हर संभव मदद
सीएम ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए केंद्र सरकार से संपर्क साधा है, ताकि नेपाल में मौजूद भारतीयों विशेष रूप से गुजराती नागरिकों को हरसंभव मदद मिल सके। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार ने भी आश्वस्त किया है कि भारतीय दूतावास नेपाल में सक्रिय रूप से हालात पर नजर रख रहा है और वहां फंसे नागरिकों को सहायता उपलब्ध कराने के प्रयास जारी हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य यही है कि किसी भी गुजराती या भारतीय नागरिक को कोई कठिनाई न हो और वे शीघ्र अपने घर सकुशल लौट सकें।
विपक्ष का भी सक्रिय रुख
इस मुद्दे पर विपक्ष ने भी चिंता जताई है। गुजरात से राज्यसभा सांसद और कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गोहिल ने दावा किया है कि नेपाल में गुजरात के कम से कम 18 नागरिक फंसे हुए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि काठमांडू एयरपोर्ट पर उड़ानें ठप हैं और अनेक भारतीय नागरिक, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, वहां फंसे हैं। गुजरात के केनन पटेल ने फोन पर बताया कि उनके साथ 18 गुजराती लोगों का ग्रुप नेपाल में फंसा है। सरकार को इन नागरिकों की तुरंत सुरक्षित वापसी की व्यवस्था करनी चाहिए गोहिल ने मांग की।
नेपाल में अस्थिरता
इनपुट- आईएएनएस
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